कोटा शहर में 8 मार्च को शिवरात्रि पर्व पर निकली शिव बारात में बड़ा हादसा हो गया। हाइटेंशन बिजली लाइन के करंट की चपेट में आने से 14 बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए। सभी को एमबीबीएस अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
कोटा। राजस्थान के कोटा शहर में 8 मार्च को शिवरात्रि पर्व पर निकली शिव बारात में बड़ा हादसा हो गया। हाइटेंशन बिजली लाइन के करंट की चपेट में आने से 15 बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए। सभी को एमबीबीएस अस्पताल में दाखिल कराया गया है। जहां दो बच्चों की हालत बेहद खराब बताई जा रही है। घटना से नाराज लोगों ने शिव बारात के आयोजन कर्ताओं की पिटाई कर दी।
धार्मिक झंडा एचटी लाइन में छूने की वजह से दौड़ा करंट
कोटा जिले के कुन्हाड़ी थर्मल चौराहे के पास 8 मार्च को दोपहर में 12:30 बजे के करीब शिव बारात निकल रही थी। बच्चे, बूढ़े और युवा इस धार्मिक आयोजन में झंडे लेकर चल रहे थे। इसी दौरान एक बच्चे का झंडा ऊपर से गए बिजली के हाईटेंशन लाइन से छू गया। जिससे वह झुलसने लगा। उसके बाद एक एक करके 15 बच्चे झुलस गए। वहां अफरा तफरी मच गई। शिव बारात रोककर लोग बच्चों को अस्पताल लेकर भागे। सभी को एमबीबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना पर पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी सक्रिय हो गए। मेडिकल स्टाफ को एलर्ट किया गया।
नाराज लोगों ने आयोजकों को पीटा
इस हादसे में लापरवाही बरतने की वजह से नाराज लोगों ने शिव बारात के आयोजन कर्ताओं की पिटाई कर दी। जिससे माहौल और गरम हो गया। कोटा के आईजी रविदत्त गौड़ ने बताया एक बच्चा 70 से 75 प्रतिशत और दूसरा 50 से 55 प्रतिशत झुलस गया है। शेष बच्चे मामुली रूप से झुलसे हैं। हादसे में झुलसे बच्चे 09 से 16 वर्ष की उम्र के हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला पहुंचे अस्पताल
पता चलते ही सांसद और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने कहा कि घटना बेहद दुखद है। यह क्यों हुआ, इसकी जांच कराई जाएगी। अभी बच्चों का इलाज सबकी प्राथमिकता है। जिन बच्चों की हालत ज्यादा गंभीर है। उन्हें रेफर कराकर बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जाएगा। बच्चों के इलाज में हरसंभव मदद की जाएगी।
आयोजकों पर लोगों ने लगाया लापरवाही का आरोप
कोटा में महाशिवरात्रि के पर्व पर हर वर्ष शिव बारात निकाली जाती है। जिसमें क्षेत्र के सभी परिवार के लोग शामिल होते हैं। वहां मौजूद लोगों ने आरोप लगाया कि आयोजकों की लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ है। क्योकि बच्चों को जो धार्मिक झंडे दिए गए थे, उसमें इतने बड़े बांस के डंडे लगाए गए थे कि वह ऊपर से गए बिजली के तार में छू गया और यह हादसा हो गया। इसी से नाराज लोगों ने आयोजक मंडल के लोगों की अस्पताल में ही पिटाई कर दी। जिससे अच्छा खासा हंगामा हो गया।
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