राज्य में चार सीटों के लिए चुनाव होना है और अब विधायकों की संख्या के अनुसार पार्टी एक सीट पर जीत दर्ज कर सकती है। जबकि भाजपा आसानी से 2 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। यही नहीं भाजपा ने कांग्रेस के मतों में सेंध मारी करने के लिए निर्दलीय प्रत्याशी नरहरि अमीन को भी मैदान में उतारा है। जो सीधे तौर पर कांग्रेस को ही नुकसान पहुंचाएंगे।
नई दिल्ली। राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को गुजरात में बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के दो विधायकों ने पार्टी से बगावत कर दी है। जिसके बाद राज्य में पार्टी का राज्यसभा के लिए जरूर आंकड़ा गड़बड़ा गया है। जिसके बाद पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कांग्रेस के साथ ही उसने रणनीतिकार अहमद पटेल को भी बड़ा झटका लगा है। क्योंकि पार्टी ने गुजरात को उनके जिम्मेदारी में छोड़ा है।
राज्यसभा के 19 जून को होने वाले राज्यसभा के चुनाव से पहले कांग्रेस को गुजरात में बड़ा झटका लगा है। चुनाव से ठीक पहले दो विधायकों के इस्तीफा देने से कांग्रेस की रणनीति को धक्का लगा है। क्योंकि उसने चुनाव में दो प्रत्याशियों को उतारा है। लेकिन दो विधायकों के अलविदा कहने से दूसरे की जीत में सवालिया निशान लग लगे हैं। कांग्रेस राज्य में दो सीटों पर दावा कर रही है और इसके लिए अब उसके पार जरूरत मत नहीं है। वहीं दो विधायकों के इस्तीफा देने से कांग्रेस के दूसरे प्रत्याशी की राह आसान नहीं है।
चुनाव आयोग ने सोमवार को ही राज्यसभा के चुनाव की तारीख का ऐलान किया है। लेकिन इससे पहले कांग्रेस कर्जन से विधायक अक्षय पटेल और कपराडा से विधायक जीतू चौधरी ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। जिसके बाद कांग्रेस की दो सीटों को जीतने की रणनीति विफल होती दिख रही है। हालांकि इससे पहले मार्च में भी पार्टी के पांच विधायकों ने अलविदा कहा था। वहीं अब दो दो विधायकों के अलविदा कहने से राज्य में विधानसभा में विधायकों की संख्या 66 रह गई है।
फिलहाल विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा सौंप दिया और उन्होंने इसे मंजूर भी कर लिया है। राज्य में चार सीटों के लिए चुनाव होना है और अब विधायकों की संख्या के अनुसार पार्टी एक सीट पर जीत दर्ज कर सकती है। जबकि भाजपा आसानी से 2 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। यही नहीं भाजपा ने कांग्रेस के मतों में सेंध मारी करने के लिए निर्दलीय प्रत्याशी नरहरि अमीन को भी मैदान में उतारा है। जो सीधे तौर पर कांग्रेस को ही नुकसान पहुंचाएंगे।