भाजपा के शत्रु थामेंगे कांग्रेस का हाथ, लालू तय करेंगे भविष्य

By Harish Tiwari  |  First Published Mar 21, 2019, 2:52 PM IST

भारतीय जनता पार्टी के पटना साहिब से सांसद और फिल्म स्टार शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस का हाथ थामेंगे। वह कल महागठबंधन की सीटों के बंटवारे पर होने वाले ऐलान के साथ ही कांग्रेस की सदस्यता लेंगे। हालांकि शॉटगन पटना से लड़ेंगे इसका फैसला लालू प्रसाद यादव करेंगे।

भारतीय जनता पार्टी के पटना साहिब से सांसद और फिल्म स्टार शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस का हाथ थामेंगे। वह कल महागठबंधन की सीटों के बंटवारे पर होने वाले ऐलान के साथ ही कांग्रेस की सदस्यता लेंगे। हालांकि शॉटगन पटना से लड़ेंगे इसका फैसला लालू प्रसाद यादव करेंगे।


बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर यूपीए महागठबंधन में अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। हालांकि सभी दलों की तरफ से कहा जा रहा है कि सीटों का बंटवारा हो गया है। आज होली होने के कारण बंटवारे का ऐलान नहीं किया गया। लेकिन कहा जा रहा है कि शुक्रवार को पटना में सीटों के बंटवारे का ऐलान किया जाएगा और इसी  दौरान शत्रुध्न सिन्हा कांग्रेस का हाथ थामेंगे। हालांकि जब तक लालू प्रसाद यादव इस सीट के लिए हामी नहीं भरेंगे तब तक शत्रुध्न सिन्हा को इस सीट पर घोषित नहीं किया जाएगा। शत्रुघ्न सिन्हा काफी समय से केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। जिसके कारण उन्हें हालांकि पार्टी से निकाला नहीं गया है लेकिन वह पार्टी में किनारे कर दिए गए हैं।

कुछ समय पहले उन्हें एयरपोर्ट पर वीवीआई की लिस्ट से भी हटा दिया गया था। शत्रुघ्न सिन्हा की कुछ समय से कांग्रेस और राजद से नजदिकियां भी बनी हैं और भाजपा विरोधी मोर्चे पर वह अकसर दिख जाते हैं। हालांकि शत्रुघ्न सिन्हा का भविष्य कांग्रेस नहीं राजद तय करेगा क्योंकि अभी तक इस सीट पर राजद दावेदारी कर रही है। अगर राजद इस सीट को कांग्रेस के कोटे में दे देता है तो शत्रुघ्न सिन्हा की कांग्रेस में इंट्री कल ही हो जाएगी और अगर राजद सीट नहीं छोड़ता है तो कांग्रेस को उन्हें किसी अन्य सीट पर लड़ाना होगा। बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस, आरजेडी, उपेंद्र कुशवाह की पार्टी आरएसएलपी, जीतनराम मांझी की पार्टी एसएएम (एस), मुकेश साहनी की विकासशील इंसाफ पार्टी और शरद यादव के लोकतांत्रिक जनता दल में तनातनी चल रही है।

लेकिन सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के खाते में 9 सीटें, राजद को 20, हम को 3 और रालोसपा को 4 सीटें मिली हैं। जबकि पहले कांग्रेस 15 सीटों का दावा कर रही थी। लेकिन बाद में 11 पर मानी और कहा जा रहा है कि गठबंधन को बचाने के लिए कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गयी। वहीं यूपीए गठबंधन में शरद यादव को भी दो सीटें मिलेंगी।

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