आगामी लोकसभा चुनावों में जीत की संभावनाओं को देखते हुए शिवपाल सिंह यादव की अगुवाई वाली प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) भी सपा और बसपा के बीच बन रहे गठबंधन में शामिल होना चाहती है.
आगामी लोकसभा चुनावों में जीत की संभावनाओं को देखते हुए शिवपाल सिंह यादव की अगुवाई वाली प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) भी सपा और बसपा के बीच बन रहे गठबंधन में शामिल होना चाहती है. हालांकि पार्टी का रूख इस बारे में साफ नहीं है. लेकिन पार्टी भाजपा को रोकने के लिए राज्य में मजबूत गठबंधन की पक्षधर है.
कभी समाजवादी पार्टी के दिग्गज रहे शिवपाल यादव ने साफ कहा कि उनकी पार्टी की अनदेखी आने वाले लोकसभा चुनाव में कोई भी राजनैतिक दल नहीं कर सकेगा. शिवपाल ने कहा कि उनकी पार्टी अगले लोकसभा चुनाव के बाद किंगमेकर साबित होगी. लिहाजा अगर केन्द्र में भाजपा को फिर से सत्ता में आने से रोकना है तो उनकी पार्टी बड़ी भूमिका निभा सकती है. शिवपाल ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में पार्टी का बड़ा संगठन खड़ा हो गया है.
अगर वह इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करते तो उनकी पार्टी चुनाव में उनका समर्थन करेगी, चाहे वह जहां से भी मैदान में उतरें. हालांकि शिवपाल ने सपा में फिर से लौटने की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि प्रसपा का सपा में विलय करने या मेरी सपा में वापसी का कोई सवाल ही नहीं उठता. हालांकि मैं भाजपा जैसी साम्प्रदायिक शक्ति को सत्ता से दूर रखने के लिए समान विचारधारा वाली पार्टियों से गठबंधन करने को तैयार हूं. शिवपाल ने दावा किया कि प्रसपा प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी.