जम्मू कश्मीर का छात्र एहतेशाम दिल्ली से लापता हो गया था। अब उसने सोशल मीडिया पर बंदूक थामे अपनी तस्वीर पोस्ट की है। वह आतंकी संगठन आईएसजेके में शामिल हो गया है।
दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा से लापता छात्र एहतेशाम अहमद का गुमशुदगी का राज खुल गया है। उसने सोशल मीडिया पर शुक्रवार को अपनी तस्वीर पोस्ट की है। जिसमें वह एसाल्ट राइफल थामे इस्लामिक स्टेट ऑफ जम्मू कश्मीर (आइएसजेके) नामक आतंकी संगठन के आतंकी के रूप में दिखाई दे रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर में एहतेशाम एसाल्ट राइफल हाथ में पकड़े हुए है। वही दूसरी तस्वीर में वह में आइएसजेके के कलमा लिखे बैनर के साथ है।
इन तस्वीरों में एहतेशाम काले कपड़ों में दिख रहा है और उनमें दावा किया गया कि वह आईएसआईएस के विचार से प्रभावित आतंकी समूह आईएसजेके में शामिल हो गया है।
17 साल का एहतेशाम खानयार (श्रीनगर) का रहने वाला है। वह ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी में पढ़ता था। वह प्रथम वर्ष का छात्र था।
28 अक्टूबर को वह घूमने के लिए निकला था। लेकिन अगले दिन सुबह तक वापस नहीं लौटा था। उसके चचेरे भाई ने नॉलेज पार्क पुलिस से मामले की शिकायत की थी। जिसके बाद पुलिस सक्रिय हो गई थी।
उसके लापता होने पर ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क पुलिस स्टेशन के साथ-साथ श्रीनगर के खानयार पुलिस स्टेशन में भी मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस के साथ ही मामले में यूपी एटीएस भी उसकी गुमशुदगी के मामले की जांच कर रही थी। ग्रेटर नोएडा पुलिस ने कश्मीर पुलिस से भी संपर्क साधा था। गायब छात्र के मोबाइल नंबर से पिछले कुछ दिनों के दौरान जितने मोबाइल नंबरों पर बात हुई थी। उनकी जांच की जा रही थी।
बृहस्पतिवार को एटीएस की टीम ने विवि पहुंचकर प्रबंधन व गायब छात्र के दोस्तों से बात की थी। छात्र की मोबाइल लोकेशन दिल्ली व श्रीनगर में मिली थी। जांच में श्रीनगर एयरपोर्ट से छात्र की फुटेज भी मिली थी।
पुलिस ने दो दिन पहले बताया था कि उसके मोबाइल फोन की रविवार को उसकी लोकेशन दक्षिण कश्मीर के पुलवामा और उसके बाद उत्तरी कश्मीर में सोपोर की मिली थी, लेकिन परिजनों ने इसे नहीं माना।
एहतेशाम का झुकाव पहले भी आतंकवाद और अलगाववाद की ओर रहा है। उसपर पहले भी पत्थरबाजी करने के आरोप में केस दर्ज किया गया था।
पिछले महीने चार अक्टूबर को एहतेशाम का झगड़ा ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी परिसर और हॉस्टल में कुछ दूसरे छात्रों के साथ हो गया था। जिसमें उसे चोट भी लगी थी।
एहतेशाम जिस आइएसजेके नाम के आतंकी संगठन में शामिल हुआ है, उसके कुख्यात आइएस की जम्मू कश्मीर इकाई माना जाता है। इससे जुड़े पांच आतंकी पिछले एक साल में मारे गए हैं।