पिछड़ों को साधने के लिए भाजपा ने स्वतंत्र देव को दी यूपी की कमान

By Team MyNation  |  First Published Jul 16, 2019, 4:18 PM IST

भाजपा ने जातीय समीकरणों को देखते हुए स्वतंत्र देव सिंह को प्रदेश की कमान सौंपी है। स्वतंत्र देव सिंह की संगठन में अच्छी पकड़ मानी जाती है। लिहाजा 2022 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए सिंह की नियुक्ति की गयी है। 2017 का विधानसभा चुनाव भी भाजपा ने पिछड़े वर्ग के नेता केशव प्रसाद मौर्या के नेतृत्व में लड़ा था।

भारतीय जनता पार्टी ने वरिष्ठ नेता स्वतंत्र देव सिंह को उत्तर प्रदेश का नया अध्यक्ष बनाया है। वहीं  पार्टी ने आज चंद्रकांत पाटिल को भी महाराष्ट्र का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के द्वारा इन नेताओं की नियुक्ति की जानकारी दी। स्वतंत्र देव सिंह फिलहाल योगी मंत्रिमंडल में परिवहन मंत्री हैं।

भाजपा ने जातीय समीकरणों को देखते हुए स्वतंत्र देव सिंह को प्रदेश की कमान सौंपी है। स्वतंत्र देव सिंह की संगठन में अच्छी पकड़ मानी जाती है। लिहाजा 2022 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए सिंह की नियुक्ति की गयी है। 2017 का विधानसभा चुनाव भी भाजपा ने पिछड़े वर्ग के नेता केशव प्रसाद मौर्या के नेतृत्व में लड़ा था।

जिसमें प्रदेश में भाजपा को बड़ा बहुमत मिला और पार्टी प्रदेश में सहयोगी दलों के साथ 325 सीटें जीतने में कामयाब रही। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय के लोकसभा चुनाव जीतने फिर केन्द्रीय मंत्री मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बन जाने के बाद पार्टी ने स्वतंत्र देव सिंह को इस पद पर नियुक्त किया है।

हालांकि इसके कयास पहले से ही लग रहे थे कि पार्टी प्रदेश की कमान किसी पिछड़े वर्ग के नेता को देगी। क्योंकि विधानसभा और लोकसभा में पिछड़े वर्ग ने भाजपा को खुलकर वोट दिया है। असल में भाजपा की नजर पिछड़ों के 40 फीसदी से ज्यादा के वोट बैंक पर है। अगर ये वोट बैंक पूरी तरह से भाजपा की तरफ आ गया तो चुनाव में जीत तय हो जाएगी। 

हालांकि प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में स्वतंत्र देव को संगठन में पकड़ और उनके प्रबंधन को देखते हुए आगे माना जा रहा था। स्वतंत्र देव सिंह संघ के करीबी भी माने जाते हैं। यही नहीं वह ओबीसी वर्ग के कुर्मी जाति से आते हैं। फिलहाल प्रदेश में गैर यादव ओबीसी वोट बैंक पर भाजपा की नजर है।

क्योंकि यादव वोट बैंक को समाजवादी पार्टी का मजबूत वोटबैंक माना जाता है। यही नहीं सिंह मध्य प्रदेश में भाजपा का चुनाव प्रबंधन देख चुके हैं। उनकी इसी काबिलियत को देखते हुए कई राज्यों में पार्टी उन्हें चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी दे चुकी है। सिंह उरई के रहने वाले हैं लेकिन वह पूर्वांचल के मिर्जापुर से आते हैं।

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