बढ़ते जा रहे तिहाड़ जेल में बंद अलगाववादी यासीन मलिक के नखरे

By ankur sharma  |  First Published Apr 25, 2019, 4:40 PM IST

जम्मू-कश्मीर से दिल्ली की तिहाड़ जेल में स्थानांतरित किए गए जेकेएलफ के मुखिया ने यहां पहुंचते ही जेल प्रशासन के खिलाफ शिकायतें करनी शुरू कर दी हैं। क्रिश्चियन मिशेल की तरह सुविधाएं देने की मांग कर रहा। 
 

प्रतिबंधित आतंकी संगठन जेकेएलएफ का मुखिया यासीन मलिक टेरर फंडिंग समेत कई गंभीर अपराधों के आरोप में इस समय दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। लेकिन उसके नखरे बढ़ते जा रहे हैं। वह जेल में अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में शामिल कथित बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल की तरह रहना चाहता है। मलिक को जम्मू-कश्मीर से दिल्ली की तिहाड़ जेल में स्थानांतरित किया गया है। लेकिन यहां पहुंचते ही उसने जेल प्रशासन के खिलाफ शिकायतें करनी शुरू कर दी हैं। क्रिश्चियन मिशेल को यूएई से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया है। कोर्ट के आदेश पर उसे कुछ सहूलियतें दी गई हैं। 

इससे पहले, मलिक ने एनआईए की हिरासत के खिलाफ भूख हड़ताल की थी। तबीयत बिगड़ने पर उसे दो दिन राम मनोहर लोहिया अस्पताल में रहना पड़ा था। अब वह हाई सिक्योरिटी वार्ड से दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने की जिद पर अड़ा है। यासीन मलिक ने शिकायत की है कि वह अपनी जेल की कोठरी में अलग-थलग महसूस कर रहा है। 

यासीन मलिक ने क्रिश्चियन मिशेल का उदाहरण दिया और कहा कि उसे भी ऐसी ही सुविधाएं चाहिए। वह भी जेल में खुले माहौल में रहना चाहता है। हाल ही में तिहाड़ जेल प्रशासन की ओर से क्रिश्चियन मिशेल को लेकर कोर्ट में एक जवाब दाखिल किया गया था। जेल प्रशासन की ओर से कोर्ट में पेश हुए वकील अवी सिंह ने कहा था कि क्रिश्चियन मिशेल को कुछ अलग सुविधाएं दी जा रही हैं लेकिन इसके चलते दूसरे कैदियों ने भी उन सुविधाओं की मांग शुरू कर दी है। 

यासीन मलिक को अबी तिहाड़ जेल में कुछ ही समय हुआ है। लेकिन उसने खाने को लेकर शिकायत शुरू कर दी है। हालांकि लंबी भूख हड़ताल के बाद अब उसने खाना खाना शुरू कर दिया है। 

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तिहाड़ के एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने बताया, ‘जेल में यासीन मलिक की जान को खतरा है। उसे कड़ी निगरानी में रखा जा रहा है। जेल के दूसरे कैदियो को उससे मिलने की इजाजत नहीं है। उसकी सेल के पास की कोठरियों में कैदी नहीं है। यही वजह है कि मलिका का कहना है कि उसे अलग-थलग रखा गया। जेल प्रशासन उसे दूसरे कैदियों से मिलने नहीं दे रहा है।’

जेल प्रशासन ने जेकेएलएफ के मुखिया को उसकी सुरक्षा को लेकर सूचित कर दिया है। उसे बताया गया है कि जान को खतरा होने के चलते उसे कड़ी निगरानी में रखा जा रहा है। जेल प्रशासन ने यह भी साफ कर दिया है कि जो खाना दूसरे कैदियों को मिलता है, उसे भी वही खाना दिया जाएगा। 

यासीन मलिक को एनआईए ने टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया है। उसके संगठन जेकेएलएफ पर अपहरण और हत्या समेत कई गंभीर आरोप हैं। इनमें 1989 में तत्कालीन गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रूबिया सईद के अपहरण और 1990 में वायुसेना के चार अधिकारियों की हत्या का मामला भी शामिल है। हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्रालय ने गैरकानूनी गतिविधियां (निरोधक) अधिनियम के तहत जेकेएलएफ को प्रतिबंधित कर दिया है। 

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