फिलहाल बाजार में प्याज की कीमतें कम होने से किसानों की मुश्किलें बढ़ी हुई है। नासिक में प्याज की नई फसल बाजार में आ गई हैं। वहीं लगातार इसकी कीमतों में कमी आ रही है। जिसके कारण किसान परेशान हैं। असल में पिछले दिनों प्याज की फसल बर्बाद होने के कारण देश में प्याज की कीमत काफी बढ़ गई थी।
नई दिल्ली। बाजार में प्याज की कीमत नीचे आ रही है। वहीं बाजार में नया प्याज भी बाजार में आना शुरू हो गया है। जिसके कारण किसानों को प्याज की कीमत नहीं मिल पा रही है। लिहाजा अब किसान सरकार से प्याज के निर्यात पर लगाए गए प्रतिबंध को खत्म करने की मांग कर रही है। किसानों का कहना है कि अगर सरकार प्याज निर्यात की अनुमति देती है तो किसान विदेशों में महंगी कीमत पर प्याज निर्यात कर सकेंगे।
फिलहाल बाजार में प्याज की कीमतें कम होने से किसानों की मुश्किलें बढ़ी हुई है। नासिक में प्याज की नई फसल बाजार में आ गई हैं। वहीं लगातार इसकी कीमतों में कमी आ रही है। जिसके कारण किसान परेशान हैं। असल में पिछले दिनों प्याज की फसल बर्बाद होने के कारण देश में प्याज की कीमत काफी बढ़ गई थी। जिसके बाद सरकार को प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाना पड़ा था और विदेशों से प्याज को आयात करना पड़ा था। वहीं कई राज्य अभी भी आयातित प्याज की खेप को उठा नहीं रहे हैं वहीं सरकार भी आयातित प्याज को 22-23 रुपये प्रति किलोग्राम बेच रही है।
केंद्र ने पिछले साल सितंबर में प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था। लेकिन अब किसानों का कहना है कि अगर सरकार प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध हटाती तो किसानों को प्याज की अच्छी कीमत मिल सकती है। किसानों का कहना ह कि नासिक जिले के निफाड़ तालुका में लासलगाँव थोक बाजार में प्याज 1,600 रुपये प्रति क्विंटल के औसत मूल्य पर बिक रहा है जबकि जनवरी में औसत मूल्य 3,455 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि दिसंबर में यही कीमत 6,000 रुपये प्रति क्विंटल थी।
किसानों का कहना है कि अभी बाजार में प्याज की कीमत और कम होगी। क्योंकि ज्यादा किसान अब बाजार में फसल लेकर आ रहे हैं। लिहाजा सरकार को किसानों के हितों के लिए निर्यात पर प्रतिबंध हटाना चाहिए था। भारत से कुल उत्पादन का 20 प्रतिशत प्याज निर्यात किया जाता है। हालांकि इस बार सरकार ने एक लाख टन का बफर स्टॉक बनाने की ऐलान किया था।