फिलहाल उन्नाव पीड़िता एक्सीडेंट मामले नया मोड़ आ गया है। हालांकि अभी तक पुलिस इसमें हादसा और साजिश मानकर दोनों पहलूओं की जांच कर रही है। हालांकि जो जानकारी अब सामने आ रही है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में उन्नाव गैंगरेप पीडिता के एक्सीडेंट ने अब राजनैतिक तूल पकड़ लिया है। सभी राजनैतिक दल इसके लिए राज्य की सत्ताधारी भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। लेकिन इस एक्सीडेंट का राज्य की समाजवादी पार्टी से भी कनेक्शन है।
जहां सपा इसे साजिश करार दे रही है, वहीं अब ये बात सामने आ रही है कि जिस ट्रक से पीड़िता का कार एक्सीडेंट हुआ वह सपा नेता का ट्रक है। वह इसे एक हादसा बता रहे हैं। फिलहाल लखनऊ ट्रामा सेंटर में पीड़िता और उसके वकील की हालत गंभीर बनी हुई है।
फिलहाल उन्नाव पीड़िता एक्सीडेंट मामले नया मोड़ आ गया है। हालांकि अभी तक पुलिस इसमें हादसा और साजिश मानकर दोनों पहलूओं की जांच कर रही है। हालांकि जो जानकारी अब सामने आ रही है उसके मुताबिक जिस ट्रक से कार का एक्सीडेंट हुआ है वह फतेहपुर के सपा नेता व पूर्व जिला सचिव नंदू पाल के भाई का है।
फतेहपुर ललौली कस्बे के सातआना मोहल्ला निवासी सपा नेता नंदकिशोर पाल उर्फ नंदू पाल की पत्नी रामाश्री पाल सपा से असोथर की ब्लॉक प्रमुख भी रह चुकी हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि वह किसी साजिश से इंकार नहीं कर रही है और न ही इसे हादसा माना जा सकता है।
क्योंकि जिस तरह से बताया जा रहा है ट्रक को आगे पीछे किया गया। उसको देखते हुए इसे साजिश की श्रेणी में लिया जा सकता है। फिलहाल जिस सपा नेता का ये ट्रक है और चार भाई हैं। जिसमें देवेंद्र किशोर पाल दूसरे नंबर के भाई हैं। दिलीप पाल का मकान रायबरेली के लालगंज में है।
यही नहीं इन तीनों भाईयों के पास करीब 27 ट्रक हैं और इसके अलावा लखनऊ में ईटा भट्ठा भी है। इस मामले पर अब सपा नेता का कहना है कि इसे साजिश बताकर बेवजह तूल दिया जा रहा है। उनका परिवार विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को जानता तक नहीं है और जहां तक ट्रक के नंबर प्लेट में कालिख पोतने की बात कही जा रही है। यह केवल फाइनेंसर की नजरों से बचने के लिए ऐसा किया गया है।