राजधानी में सर्दी का कहर बढ़ने लगा है, आज न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया

By Team MyNation  |  First Published Nov 20, 2020, 6:19 PM IST

गौरतलब है कि 28 नवंबर 1938 को नवंबर में सबसे कम तापमान 3.9 ° C दर्ज किया गया था। जबकि, यह आंकड़ा पिछले साल 11.5 ° C था। तापमान 2018 में 10.5 और 2017 में 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। 

नई दिल्ली। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में सर्दी ने दस्तक दे दी है। भारत के कई शहरों में पारा तेजी से नीचे गिर रहा है। देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहाँ शुक्रवार को पिछले 14 सालों में नवंबर की सबसे ठंडी सुबह है। यहां न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विशेषज्ञ मैदानी और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का कारण बता रहे हैं।

मौसम की जानकारी देने वाली स्काईमेट एजेंसी के महेश पलावत का कहना है कि ठंडी हवाओं के साथ शहर में तापमान सामान्य से 5 डिग्री कम 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आईएमडी दिल्ली के कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली में आज न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अक्टूबर के महीने में शुरू होने वाले इस ठंड के मौसम के लिए यह सबसे कम तापमान है। उन्होंने कहा कि इसका कारण मैदानी और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी है। श्रीवास्तव ने बताया कि तापमान में कमी अगले दो दिनों तक जारी रहेगी।

गौरतलब है कि 28 नवंबर 1938 को नवंबर में सबसे कम तापमान 3.9 ° C दर्ज किया गया था। जबकि, यह आंकड़ा पिछले साल 11.5 ° C था। तापमान 2018 में 10.5 और 2017 में 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिल्ली के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के आंकड़े बताते हैं कि देश के कई उत्तर-पश्चिम शहरों में यह आंकड़ा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया जा रहा है।

गुरुवार को पंजाब के फरीदकोट में 5.6 डिग्री सेल्सियस, हिसार में 8.2 और सिरसा में 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, राजस्थान के चुरू में सबसे कम तापमान रहा। यहां न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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