फिलहाल त्योहारी सीजन को देखते हुए ई-कॉमर्स कंपनियां ऑनलाइन प्रोडक्ट की खरीद पर शानदार ऑफर दे रही हैं। लेकिन आपको ऑनलाइन खरीददारी करते वक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। क्योंकि कई कंपनियां अपने ग्राहकों को नकली सामान भी उपलब्ध करा देती हैं।
नई दिल्ली। कल से नवरात्रि शुरू हो रही हैं और अगले दो महीने तक फेस्टिवल सीजन जारी रहेगा। इस दौरान देश में करोड़ों लोग ऑनलाइन शापिंग करते हैं। लेकिन इसके साथ ही ऑनलाइन फर्जीवाड़े की घटनाओं में इजाफा हो जाता है क्योंकि ये फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह सक्रिय हो जाते हैं। इसके साथ ही ऑनलाइन सामान बिक्री कराने वाली कंपनियां भी नकली प्रोडक्ट की बिक्री में शामिल रहती हैं। फिलहाल एक सर्वे में निकल कर आया है कि कि दो साल पहले कई ई-कॉमर्स कंपनियों ने एक-तिहाई से ज्यादा नकली प्रोडक्ट की बिक्री देश में की थी।
फिलहाल त्योहारी सीजन को देखते हुए ई-कॉमर्स कंपनियां ऑनलाइन प्रोडक्ट की खरीद पर शानदार ऑफर दे रही हैं। लेकिन आपको ऑनलाइन खरीददारी करते वक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। क्योंकि कई कंपनियां अपने ग्राहकों को नकली सामान भी उपलब्ध करा देती हैं। जिसके कारण आपको भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। वहीं त्योहारी सीजन के शुरू होते ही ऑनलाइन फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह सक्रिय हो जाते हैं। जो उपभोक्ताओं को ज्यादा लालच देते हैं और फिर उन्हें नकली उत्पाद उपलब्ध कराते हैं। वहीं ये बात सामने आई है कि कई ई-कॉमर्स कंपनियों की तरफ से भी बड़े पैमाने पर नकली प्रोडक्ट की बिक्री की जाती है। वहीं अगर आपको इन सबसे बचना है तो आपको कुछ सावधानियों का ख्याल रखना होगा। ताकि आप इनसे बच सकें।
जानकारी के मुताबिक देश में ज्यादातर ऑनलाइन फर्जीवाड़ा फर्जी वेबसाइट के जरिए होता है। क्योंकि अकसर ईमेल या फिर सोशल मीडिया के जरिए लोगों को कंपनियों के लिंक मिलते हैं और लोग इन लिंक के जरिए बुकिंग कर देते हैं। इन लिंक पर कंपनियों द्वारा भारी डिस्काउंट और डील का ऑफर दिया जाता है और इसके लालच में आकर उपभोक्ता सामान की बुकिंग कर देता है। लिहाजा ऑनलाइन शॉपिंग करने से पहले वेबसाइट के नकली या असली होने की जांच कर लें। इसके साथ ही जब कोई प्रोक्डट लेते हैं तो प्रोडक्ट की ऑफिशियल वेबसाइट से भी इसी मॉडल के नंबर के बारे में जानकारी लें और बॉक्स के पर लिखे आईएमईआई नंबर को देखें।
असल में ई-कॉमर्स साइट कई प्रोडक्ट की बिक्री थर्ड पार्टी के जरिए करती है और उस वक्त असली और नकली का फर्क करना मुश्किल हो जाता है। वहीं इलेक्ट्रॉनिक और खाद्य उत्पादों के लिए क्यूआर(QR) कोड और होलोग्राम के जरिए भी नकली उत्पाद की पहचान की जा सकती है। इसके लिए आप अपने मोबाइल पर क्यूआर कोड का एप भी डाउनलोड कर सकते हैं और इसे Google Play Store से डाउनलोड करके इस्तेमाल किया जा सकता है।