पंजाब में सिद्धू फिलहाल हाशिए पर आ गए हैं। राज्य के ज्यादातर नेताओं ने उनसे दूरी बनानी शुरू कर दी है। क्योंकि राज्य में कैप्टन से नाराजगी कोई नहीं लेना चाहता है। सभी नेता अच्छी तरह से जानते हैं कि राज्य में कैप्टन के कद के सामने हाई कमान भी कोई बढ़ा फैसला नहीं ले सकता है।
पंजाब में कांग्रेस में अलग-थलग पड़े चुके नवजोत सिंह सिद्धू के सियासी भविष्य का आज फैसला होने की उम्मीद की जा रही है। सिद्धू को कैप्टन मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि पंजाब में सियासी नफा नुकसान को देखते हुए कांग्रेस के नेताओं की आज दिल्ली में बैठक होगी। जिसमें सिद्धू के राजनीतिक कैरियर पर पार्टी फैसला करेगी।
पंजाब में सिद्धू फिलहाल हाशिए पर आ गए हैं। राज्य के ज्यादातर नेताओं ने उनसे दूरी बनानी शुरू कर दी है। क्योंकि राज्य में कैप्टन से नाराजगी कोई नहीं लेना चाहता है। सभी नेता अच्छी तरह से जानते हैं कि राज्य में कैप्टन के कद के सामने हाई कमान भी कोई बढ़ा फैसला नहीं ले सकता है।
जानकारी के मुताबिक सिद्धू को लेकर आज कांग्रेस के नेताओं की बैठक हो रही है। जिसमें सिद्धू को लेकर पार्टी फैसला करेगी। हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि सिद्धू को पार्टी में रखने के लिए पार्टी उन्हें राष्ट्रीय संगठन में कोई अहम पद दे सकती है।
हालांकि सिद्धू ने अभी तक कोई बगावती तेवर पार्टी के खिलाफ नहीं दिखाए हैं। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि सिद्धू की जिस तरह से आम आदमी पार्टी से नजदीकियां बढ़ी हैं। उसको देखते हुए सिद्धू पार्टी से भी किनारा कर सकते हैं। पिछले दिनों आप ने सिद्धू की जमकर तारीफ की थी और कहा था कि वह चाहे तो आप में शामिल हो सकते हैं।
फिलहाल इस्तीफा स्वीकार होने के बाद सिद्धू ने सरकारी बंगले को खाली कर दिया है और सुरक्षा कर्मियों को भी वापस भेज दिया है। जबकि वह मीडिया से बातचीत भी नहीं कर रहे हैं। न ही सोशल मीडिया में किसी भी तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
असल में कैप्टन और सिद्धू के प्रकरण में पार्टी आलाकमान ने सिद्धू की नहीं सुनी जिसके कारण वह पार्टी से नाराज हैं। लेकिन उन्होंने पार्टी के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है। क्योंकि सिद्धू भी जानते हैं कि इस मौके पर शांत रहना उसके लिए फायदेमंद है।