बंद पड़े गोदाम में दो छात्रों ने की आत्महत्या

By Team MyNation  |  First Published Sep 20, 2019, 6:30 PM IST

उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक बंद पडे़ पेंट के गोदाम में दो छात्रो नें फांसी लगा कर जान दे दी है। उन्होंने अपने सुसाईड नोट में अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं बताया है और लिखा है सॉरी मम्मी पापा आई लव यू फैमिली। 
 

कानपुर: शुक्रवार सुबह दो छात्रो के शव संदिग्ध परिस्थियों में बंद पड़े पेंट के गोदाम में मिलने से हडकंप मच गया । एक छात्र का शव सिक्योरिटी गार्ड के रूम में मिला और दूसरे का शव पेड़ से लटकता हुआ मिला है । दो छात्रों के शव मिलने की सूचना पर पहुंची पुलिस और फारेंसिक टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया । पुलिस ने एक सुसाईड नोट बरामद किया है जिसमें लिखा है मै अपनी मौत का खुद जिम्मेदार हूं । सॉरी मम्मी पापा आई लव यू फैमली । पुलिस ने दोनो शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है ।

काकादेव थाना क्षेत्र स्थित गीता नगर में एक पेंट का गोदाम है जो काफी समय से बंद पड़ा है । कल्याणपुर के कश्यप नगर में रहने वाले द्वारिका पाल का बेटा दीपक सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था । इसके साथ ही दीपक जेके इंस्टीट्यूट से आईटीआई डिप्लोमा की पढाई कर रहा था । दीपक गार्ड की नौकरी के साथ ही पढाई भी कर रहा था ।

दीपक नाईट शिफ्ट की डयूटी करने के लिए गुरूवार को घर से निकला था । शुक्रवार सुबह जब दीपक घर नहीं पहुंचा तो पिता ने मॉर्निंग की शिफ्ट में रहने वाले गार्ड सुरेश को फोन किया । सुरेश ने कहा कि फैक्ट्री पहुंच कर देखता हूं । जब सुरेश फक्ट्री पहुंचा तो उसने गेट खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला । उसने दीपक के मोबाइल पर फोन भी किया लेकिन फोन भी नहीं उठा । जब सुरेश को किसी अनहोनी का शक हुआ तो उसने इसकी सूचना पुलिस को दी ।

मौके पर पहुंची पुलिस गेट को धक्का देकर खोला और अंदर जाकर देखा तो कमरे में दीपक का शव लटक रहा था । वहीं कंपाउड में गूलर के पेड़ से दूसरे लड़के का भी शव लटक रहा था । सुसाइड की सूचना पर पहुंचे दीपक परिजन बेटे का शव देखकर बेहोश हो गए ।

जिसका शव पेड़ से लटक रहा था जब पुलिस ने उसकी तलाशी ली तब जाकर उसकी शिनाख्त हो पाई । उसका नाम सचिन कुमार है और इटावा सैफई का रहने वाला है । उसके पास से लखनऊ इंस्टीयूट का आई कार्ड मिला है ।

मृतक दीपक के पिता द्धारिका पाल के मुताबिक एक लड़का मेरे बेटे दीपक का दोस्त है लकिन मै उसके नाम से परिचित नहीं हूं । दीपक आइटीआइ की पढाई कर रहा था और सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था । मेरा बेटा इस तरह का कदम नहीं उठा सकता है । घर में भी कोई बात नहीं हुई है । मुझे लग रहा है कि दोनो बच्चो की किसी ने रात में हत्या की है ।

सर्किल ऑफिसर अजीत सिंह चौहान के मुताबिक यह एक फैक्ट्री थी जो काफी समय से बंद पड़ी थी । दीपक कुमार यहां पर गार्ड की नौकरी करता था । इसने बीती रात फांसी लगाकर सुसाईड किया है । इसके पास  से एक सुसाईड नोट भी मिला है । जिसमें उसने लिखा है कि मेरी मौत का जिम्मेदार मैं स्वयं हूं ।

इसका एक दोस्त है सचिन जो सैफई का रहने वाला है । उसने भी इस कंपाउड में सुसाइड किया है । उसका कोई सुसाईड नोट नहीं मिला है । प्रथम दृष्टया लग रहा है कि दोनो दोस्तो ने सुसाईड किया है । दोनो का पोस्टमार्टम कराया जाएगा जो तथ्य निकल कर सामने आएगें तो उसी आधार पर कार्यवाई की जाएगी । दोनो ही छात्र है ।     

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