देश में उबर ने अपने संचालन के 10 साल पूरे किए हैं। इस दौरान उबर के सभी पैसेंजर्स ने 3,300 करोड़ किमी की दूरी तय की। कम्पनी के अनुसार, यह दूरी धरती से मून तक करीबन 86 हजार बार ट्रैवल करने जैसा है। कुल 300 करोड़ यात्राएं हुईं। उबर की ऑल जीरो एमिशन यात्राओं का आंकड़ा यही बता रहा है।
नई दिल्ली। देश में उबर ने अपने संचालन के 10 साल पूरे किए हैं। इस दौरान उबर ने 4 करोड़ ग्रीन किमी और उसके सभी पैसेंजर्स ने 3,300 करोड़ किमी की दूरी तय की। कम्पनी के अनुसार, यह दूरी धरती से मून तक करीबन 86 हजार बार ट्रैवल करने जैसा है। कुल 300 करोड़ यात्राएं हुईं। उबर की ऑल जीरो एमिशन यात्राओं का आंकड़ा यही बता रहा है।
साल 2013 से अब तक 50 हजार करोड़ से अधिक कमाई
कम्पनी की तरफ से शेयर की गई डेटा शीट के मुताबिक, ऐप से 30 लाख से अधिक ड्राइवर पार्टनर्स जुड़े हैं। उस हिसाब से उबर ने इतनी यात्राएं की हैं, जो अहमदाबाद स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम को 30 से अधिक बार भरने के बराबर है। साल 2013 से अब तक 50 हजार करोड़ से अधिक की कमाई हुई है।
125 शहरों में उपलब्ध है उबर
देश भर के 125 शहरों में उपलब्ध उबर ने अपनी सेवा के एक दशक पूरा होने पर डिजिटल फिल्म भी जारी की है। उसमें दिखाया गया है कि कम्पनी ने मोबिलिटी सॉल्यूशन और टेक्नोलॉजी के जरिए लाखों लोगों का जीवन प्रभावित किया है।
ये फीचर पैसेंजर्स के हित में
उबर ने हाल ही में 'ग्रुप राइड' फीचर शुरू कर एक अनोखा कदम उठाया है। इस फीचर के जरिए एक यात्री, अन्य यात्रियों के साथ कैब शेयर कर सकता है। शर्त यह है कि सभी पैसेंजर्स एक ही जगह जा रहे हों। ऐसे में यह फीचर एक कैब सर्विस की तरह काम करता है।
किफायती सर्विस का दावा
उबर देश में अपने सेवा के जरिए ऐसी सर्विस का दावा कर रहा है, जो लोगों को कम कीमत में उनके डेस्टिनेशन तक पहुंचाता है। इसकी वजह ऐप बेस्ड टैक्सी-हेलिंग सर्विस है। जिस पर पैसेंजर अपनी राइड को अन्य पैसेंजर्स के साथ शेयर कर सकते हैं। अमेरिकी बेस्ड एक कम्पनी ने यह भी दावा किया है कि उबर के इस फीचर की मदद से कोई भी पैसेंजर पैसों की बचत कर सकता है, जो 30 फीसदी तक हो सकती है।
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