कासगंज के ट्रांसपोर्टर को हिस्ट्रीशीटर की बेटी से इश्क करने की ऐसी सजा मिली कि सुनने वालों की रूह कांप गई। उसको मारने में प्रेमिका से लेकर उसके माता पिता, चाचा और बहनोई तक शामिल हो गए। इसके बाद कार में लाश को जला दिया। पुलिस ने इस हत्याकांड में मां के साथ प्रेमिका को गिरफ्तार किया है।
कासगंज। यूपी के कासगंज के ट्रांसपोर्टर पुष्पेंद्र यादव की हत्या में उसकी प्रेमिका भी शामिल थी। प्रेमिका ने चचेरे भाई की सगाई समारोह में शामिल होने के लिए ट्रांसपोर्टर पुष्पेंद्र यादव को बुलाया गया और फिर उसी की कार में उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। सगाई के शोर में उसकी चीख सुनाई ही नही पड़ी।
कार्यक्रम खत्म होने के बाद राजस्थान लेकर जा रहे थे लाश, पुलिस की डर से आगरा में जला दिया
कार्यक्रम खत्म होने के बाद कर से उसे राजस्थान के जंगल में फेंकने के लिए ले जाया जा रहा था।लेकिन पुलिस की डर से रास्ते में ही उसकी लाश को कार समेत जला दिया गया। इसका खुलासा 29 फरवरी को गिरफ्तार की गई हिस्ट्री सीटर अवधेश यादव की बेटी और ट्रांसपोर्टर पुष्पेंद्र यादव की प्रेमिका डोली और उसकी मां भूरी यादव ने पूछताछ में किया।
हिस्ट्रीशीटर की पत्नी बेटी को पुलिस ने उठाया, पत्नी ने बताई सारी कहानी
एसएसपी आगरा शैलेश कुमार पांडेय के मुताबिक रैपुरा जाट के पास से भूरी देवी पत्नी अवधेश और उसकी बेटी डॉली निवासीगण ग्राम ककरैटा, सिकंदरा, आगरा को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में भूरी देवी ने बताया कि ट्रांसपोर्टर पुष्पेंद्र यादव निवासी आवास विकास, कासगंज के उसके पति अवधेश यादव से अच्छे संबंध थे। घर आने-जाने के दौरान पुष्पेंद्र ने उसकी बेटी डाली को अपने प्रेमपाश में फंसा लिया। सितंबर 2023 में वह डाली को बहला फुसला कर भाग ले गया था। जिसकी हम लोगों ने थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी। जिसे बाद में पुलिस ने बरामद किया था। इस मामले में ट्रांसपोर्टर पुष्पेंद्र यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। बेटी ने पुष्पेंद्र के खिलाफ बयान भी दिए थे। जिसकी वजह से पुष्पेंद्र को सजा होने का डर था। वह लगातार बेटी और घर वालों पर समझौते का दबाव बना रहा था।
प्रेमिका की शादी कही और नही होने दे रहा था पुष्पेंद्र
पुलिस के अनुसार भूरी यादव ने बताया कि उन्होंने डॉली का रिश्ता राजस्थान में तय कर दिया था, लेकिन पुष्पेंद्र ने वहां फोन कर अपनी प्रेम कहानी सुना दी थी, जिससे रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच गया था। जिसकी वजह से पूरा परिवार खासा नाराज था। उसी नाराजगी में डॉली के पिता अवधेश यादव, चाचा राजेश और चाचा के दामाद गौतम ने उसकी हत्या की साजिश रची। डॉली ने 25 फरवरी को पुष्पेंद्र यादव को फोन कर बुलाया था। उस दिन घर में डॉली के चचेरे भाई की सगाई थी। पुष्पेंद्र शराब के नशे में कार्यक्रम में पहुंचा था।
नशे की हालत में सगाई में पहुंचे था कांट्रेक्टर
पुष्पेंद्र के नशे की हालत का ही घरवालों ने फायदा उठाया। उसे उसकी कार में ले जाया गया। जहां उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई। उसके बाद उसकी लाश को कार में ही छोड़ दिया। देर रात जब सारे रिश्तेदार चले गए तो घरवाले उसकी लाश को लेकर वहा से निकल गए। उसे राजस्थान में ले जाकर फेंकने की योजना थी। लेकिन पुलिस के डर से आगरा के फरह थाना क्षेत्र में सड़क किनारे कार खड़ी करके पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई। जिससे कार समेत वह जल गया। घरवाले दूसरी कार से वापस घर लौट गए।
हत्या में प्रेमिका के पिता, चाचा, बहनोई शामिल
सीओ रिफाइनरी श्वेता वर्मा ने बताया कि पुष्पेंद्र को मारने की साजिश 23 फरवरी को ही रच ली गई थी। हत्या को हादसा दिखाने की कातिलों ने योजना बनाई थी। गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर कमलेश सिंह, एसआई नितिन तेवतिया, मनोज कुमार, रेखा शर्मा, कांस्टेबल प्रियंका, ताराचंद्र, दीपक कुमार शामिल थे।अवधेश, गौतम और राजेश की तलाश जारी की जा रही है।
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