मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद मुख्तार और बृजेश का गुट वर्चस्व स्थापित करने के लिये फिर आमने सामने हो सकता है। जिस कारण पूर्वांचल एक बार फिर गैंगवार की आहट से सिहर उठा है
कुख्यात माफिया डॉन और सुपारी किलर प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या कर दी गई है। बजरंगी की हत्या के बाद लंबे समय से खामोश पूर्वांचल एक बार फिर गैंगवार की आहट से सिहर उठा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में वर्चस्व को लेकर माफिया गुटों में भिड़ंत होती रही है।
पूर्वांचल में मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह गुट की बहुत पुरानी अदावत है। दोनों गुटों में होने वाली गैंगवार ने कई बार पूर्वांचल की धरती को खून से लाल किया। बजंरगी की हत्या ने दोनों गुटों की अदावत को सतह पर ला दिया है। पूर्वांचल में गैंगवार की आशंका को देखते हुए प्रशासन भी सतर्क हो गया है। पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में दोनों गुटों के कई अपराधी बंद है। आगें से जेल के अंदर कोई वारदात नहीं हो इसके लिये प्रशासन सभी जेलों में चेंकिग अभियान चला रहा है।
मऊ की सदर सीट से बसपा विधायक मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद हैं। मुख्तार अंसारी पर बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या कराने का आरोप है। इसके अलावा मुख्तार के ऊपर दर्जनों मुकदमें दर्ज हैं जिनमें हत्या से लेकर फिरौती और जान से मारने की धमकी देने के आरोप हैं। मुख्तार की खुली अदावत माफिया से एमएलएसी बने बृजेश सिंह से है। मुख्तार ने गाज़ीपुर की उसरी चट्टी के पास अपने पर हुए हमलें में बृजेश को नामज़द कराया था। फिलहाल मुख्तार बांदा जेल में बंद है।
पिता की हत्या के बाद हत्या का बदला लेने के लिये जरायम की दुनिया में उतरे बृजेश सिंह का खौफ़ आज भी कायम है। यूपी, बिहार, बंगाल से लेकर महाराष्ट्र तक बृजेश का साम्राज्य फैला है। दर्जनों हत्याकांड में आरोपी बृजेश वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य हैं। वो वाराणसी सेंट्रल जेल में बंद हैं।
अतीक अहमद की गिनती यूपी के बड़े बाहुबलियों में होती है। कभी देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की सीट से सांसद रहे अतीक अहमद कई पार्टीयों में रह चुके हैं। अतीक के खिलाफ विभिन्न जिलों में हत्या, हत्या की कोशिश के लगभग 42 मामले दर्ज हैं। अतीक और उनके भाई पर बसपा के विधायक रहे राजु पाल की हत्या का आरोप है। फिलहाल अतीक अहमद देवरीया जेल में बंद हैं।
माफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव का असली नाम ओमप्रकाश श्रीवास्तव है। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर ज़िले का रहने वाला है। बबलू ने अंडरवर्ल्ड की दुनिया में आने के बाद अपहरण को तरज़ीह दी। उसके खिलाफ पुलिस ने अपहरण के कई मामले दर्ज किए थे। उसने फिरौती के लिए कई लोगों का अपहरण किया। फिरौती वसूली अपहरण की धमकी देकर भी कई बड़े लोगों से पैसा वसूल किया। जुर्म की दुनिया में लोग उसे किडनैपिंग किंग कहने लगे थे। बरेली सेंट्रल जेल में बंद है डॉन बबलू श्रीवास्तव