यूपी के अलीगढ़ में प्राथमिक विद्यालय के एक हेडमास्टर का माफी मांगते वीडियो वायरल हो रहा है। पहले तो लोगों को लगा कि शिक्षक के साथ गांव के लोग ज्यादती कर रहे हैँ। लेकिन जब शिक्षक की काली करतूत लोगों के सामने आए तो लोग अवाक रह गए। फिलहाल शिक्षा विभाग ने हेडमास्टर को संस्पेड कर दिया है। उसके खिलाफ एक बुजुर्ग ने थाने में भी तहरीर दी है।
अलीगढ़। गुरु को भगवान से ऊपर का दर्जा दिया जाता है लेकिन जब गुरु की ही नियत गंदी हो तो शिष्योंऔर शिष्याओं को शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है। यूपी के अलीगढ़ में प्राइमरी के हेड मास्टर की कुछ ऐसी ही गंदी हरकतें सामने आने के बाद हड़कंप मच गया। मामला बिगड़ता देख हेड मास्टर ने माफी मांगी। हाथ पैर जोड़े। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पुलिस ने एक्शन लेते हुए हेड मास्टर को हिरासत में ले लिया। बाद में उसकी गंदी हरकत का संज्ञान लेते हुए शिक्षा विभाग ने 8 मार्च को देर शाम उसे सस्पेंड कर दिया।
स्कूल में परिजनों ने किया हंगामा
अलीगढ़ जिले के धनीपुर ब्लाक अंतर्गत पीएस खरई में प्राथमिक पाठशाला संचालित है। जिसमें नेम सिंह हेड मास्टर के तौर पर कार्यरत हैं। 7 मार्च को विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं ने उनके ऊपर छेड़खानी का सनसनीखेज आरोप लगाया। पता चलने पर छात्राओं के परिजन स्कूल पहुंच गए। घेराव कर नारेबाजी और हंगामा करने लगे।
ग्रामीणों से डरे हेड मास्टर ने पैर छूकर मांगी माफी, वीडियो हो गया वायरल
ग्रामीणों के आक्रोश से डरे प्रधानाध्यापक ने सभी से हाथ जोड़कर माफी मांगी। उनके पैर भी छुए। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। उसी दिन एक बुजुर्ग ने अपनी नातिन के साथ हुई छेड़खानी की तहरीर हरदुआगंज थाने में दी। ग्रामीणों के आक्रोश और गंभीर शिकायत के मद्दे नजर हरदुआगंज थाने की पुलिस ने हेड मास्टर नेम सिंह को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के बाद देर शाम उन्हें छोड़ दिया गया। इसकी जानकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी को हुई तो उन्होंने 8 मार्च को नोटिस जारी करते हुए हेडमास्टर नेम सिंह से दोपहर 2:00 बजे तक स्पष्टरीकरण देने के लिए कहा।
बीएसए के स्पष्टीकरण का जवाब न देने पर कर दिए गए सस्पेंड
हेडमास्टर दोपहर 2:00 बजे तक अपना स्पष्टीकरण नहीं दे पाए। इसके बाद बीएसए ने प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए 8 मार्च की शाम को हेड मास्टर नेम सिंह को सस्पेंड कर दिया। इतना ही नहीं हेड मास्टर नेम सिंह को धनीपुर के बीरमपुर स्कूल से संबद्ध कर दिया गया। इस प्रकरण की जांच बीइओ इगलास लाल बाबू द्विवेदी को दी गई है। इस संबंध में राष्ट्रीय शैक्षिक संघ के जिलाध्यक्ष राजेश चौहान ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। इसमें राजनीतिक ईर्ष्या की भी बातें सामने आ रही है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
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