योगी आदित्यनाथ का राम मंदिर पर बड़ा बयान

By Siddhartha Rai  |  First Published Feb 11, 2019, 6:37 PM IST

2019 के लोकसभा चुनावों से पहले बड़ा बयान देते हुए सीएम योगी ने कहा, 'अयोध्या की पहचान भगवान राम से है, बाबर से नहीं। अयोध्या के मामले में धार्मिक भावनाओं को सम्मान किया जाना चाहिए।'

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राम मंदिर पर 24 घंटे में फैसला होना चाहिए। सोमवार को विधानसभा में अपने भाषण के दौरान उन्होंने यह बात कही। यह सीएम योगी का इस मुद्दे पर अब तक सबसे बड़ा बयान है। उन्होंने कहा, 'अयोध्या की पहचान भगवान राम से है, बाबर से नहीं। अयोध्या के मामले में धार्मिक भावनाओं को सम्मान किया जाना चाहिए।'

यूपी विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, न सिर्फ अयोध्या बल्कि मथुरा और काशी भी प्रदेश में हैं। उन्होंने एक तरह से संकेत दे दिया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उनकी सरकार इन दोनों मंदिरों का मुद्दा उठा सकती है। काशी और मथुरा में भी मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाए जाने का विवाद है। 

इस दौरान सीएम योगी ने राज्य में सपा और बसपा के महागठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सपा ही थी जिसने मायावती के पार्कों और मूर्तियों का मुद्दा उठाया था। अब दोनों इस मुद्दे पर साथ आ गए हैं। उन्होंने सपा-बसपा के गठजोड़ पर तंज कसते हुए कहा, 'अब जब सुप्रीम कोर्ट ने मायावती को मूर्तियों के निर्माण में खर्च हुई राशि को लौटाने का आदेश दिया है, भतीजे को बुआ पर लगे जुर्माने के बोझ को साझा करना चाहिए।'

मुख्यमंत्री की 24 घंटे में विवाद सुलझा लेने की चेतावनी राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के अयोध्या दौरे के एक दिन बाद आई है। हनुमान गढ़ी के दर्शन करने पहुंचे मौर्य ने कहा था कि वह भी मंदिर आंदोलन के दौरान कारसेवक थे। 

मौर्य ने कहा, 'भाजपा राम मंदिर के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगी। मैं भी भगवान राम का भक्त और कारसेवक हूं। अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा और इसके लिए मैं भी कारसेवा करूंगा।' उन्होंने आगे कहा, 'भाजपा इस मुद्दे पर अपने वादे से एक इंच भी पीछे नहीं हटेगी। हमें इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना होगा।' 

इससे पहले भी योगी आदित्यनाथ कह चुके हैं कि उनकी सरकार 24 घंटे के भीतर इस विवाद को निपटा सकती है। सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर की सुनवाई में हो रहे विलंब पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा था, राम मंदिर मसले पर लोगों का धैर्य समाप्त हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट इस विवाद पर जल्द आदेश देने में असमर्थ है। इसे हमारे हवाले कर देना चाहिए और 24 घंटे के भीतर इसका समाधान हो जाएगा। 

गत शुक्रवार को योग गुरु बाबा रामदेव ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि भगवान राम न सिर्फ हिंदुओं बल्कि मुस्लिमों के भी पूर्वज हैं। 
 

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