mynation_hindi

Badaun News: साजिद ने हत्या के बाद आयुष के गले का खून निकालकर पिया था! तंत्र-मंत्र का चक्कर तो नहीं...

Surya Prakash Tripathi |  
Published : Mar 20, 2024, 04:57 PM ISTUpdated : Mar 20, 2024, 05:27 PM IST
Badaun News: साजिद ने हत्या के बाद आयुष के गले का खून निकालकर पिया था! तंत्र-मंत्र का चक्कर तो नहीं...

सार

बदायूं में दो मासूम भाइयों की हत्या के बाद एनकाउंटर में मारे गए नई साजिद को लेकर अभी कोई ठोस खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन इतना तो स्पष्ट हो गया कि उसने ठेकेदार विनोद ठाकुर की पत्नी से 5000 रुपए जो उधार मांगे थे, वह झूठ बोलकर मांगा था। क्योंकि उसकी न तो पत्नी प्रेग्नेंट है और न अस्पताल में भर्ती है। उसके दो बच्चे पैदा हुए थे दोनों की मौत हो चुकी है।

बदायूं। पश्चिमी यूपी के बदायूं में दो मासूम भाइयों की हत्या के बाद एनकाउंटर में मारे गए नई साजिद को लेकर अभी कोई ठोस खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन इतना तो स्पष्ट हो गया कि उसने ठेकेदार विनोद ठाकुर की पत्नी से 5000 रुपए जो उधार मांगे थे, वह झूठ बोलकर मांगा था। क्योंकि उसकी न तो पत्नी प्रेग्नेंट है और न अस्पताल में भर्ती है। उसके दो बच्चे पैदा हुए थे दोनों की मौत हो चुकी है। अब लोगों को शक होने लगा है कि उसने तंत्र-मंत्र के चक्कर में दोनों मासूम बच्चों को मारा है, क्योंकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि साजिद ने विनोद ठाकुर के दोनों बेटों की हत्या करने के बाद बड़े बेटे आयुष के गले से खून निकल कर पिया था।

साजिद  की मां ने कहा बेटे के एनकाउंटर पर कोई अफसोस नहीं
बदायूं के इस सनसनीखेज हत्याकांड और एनकाउंटर के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। इस बीच विनोद ठाकुर के घर के सामने सड़क के दूसरी तरफ बाल काटने की दुकान चलाने वाले साजिद और जावेद की मां नाजिन खातून का बयान सामने आया है। जिसमें उसने बेटे के एनकाउंटर पर कोई अफसोस नहीं जताया है। उसने कहा कि जिस तरह से उसने दो मासूम बच्चों की हत्या की, उसके लिए यही सजा होनी चाहिए थी। नाजिन ने कहा कि बाबा कॉलोनी में उसके दोनों बेटे काफी दिनों से दुकान चला रहे थे। 19 मार्च को दोनों सुबह 7:00 बजे के आसपास घर से नाश्ता करके निकले थे। उनके दिमाग में क्या चल रहा था। वह क्या सोच रहे थे। इसके बारे में उसे कुछ नहीं मालूम, क्योंकि घर में सारी स्थिति सामान्य थी। किसी प्रकार की कोई टेंशन, कोई विवाद नहीं था।

 

मां नाजिन ने कहा, बहू न तो प्रैग्नेंट है, न ही अस्पताल में भर्ती है, झूठ क्यो बोला, पता नहीं
साजिद का मां का कहना है कि उसके घर और बेटों का किसी से कोई कभी झगड़ा नहीं हुआ। हां इतना जरूर था कि हम अगर आसपास कुछ सामान खरीदने जाते थे, तो लोग हमारा सामान घर तक पहुंचा देते थे। विनोद ठाकुर के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए साजिद की मां का कहना है कि उस परिवार का दर्द मैं समझती हूं। साजिद ने जो किया उसे उसका दंड मिल गया। जिसका मुझे कोई अफसोस नहीं है। नाजिन ने बताया कि उसकी बहू यानि साजिद की पत्नी प्रेग्नेंट नहीं है। न ही अस्पताल में भर्ती है। उसके दो बच्चे पैदा हुए थे, दोनों की मौत हो चुकी है।

मृतक के घर पत्नी की डिलेवरी के लिए 5000 रुपए मांगने गया था साजिद
दूसरी तरफ ठेकेदार विनोद ठाकुर की पत्नी संगीता और मां शांति देवी का कहना है कि साजिद उसके घर पर ₹5000 उधार मांगने आया था। उसने कहा था कि उसकी पत्नी प्रेग्नेंट है। अस्पताल में भर्ती है। उसकी डिलीवरी होनी है। उसके पास पैसे नहीं है। विनोद और साजिद के बीच काफी दिनों से अच्छी दोस्ती थी। विनोद ने ही साजिद को बाल काटने की दुकान खुलवाई थी। साजिद का उसके घर बराबर आना-जाना था। अब घर आने जाने के दौरान ऐसा क्या हुआ कि साजिद मित्र या फिर शुभचिंतक ठेकेदार विनोद के ही बच्चों के खून का प्यासा हो गया। यह जांच का विषय है। जिस पर पुलिस मेहनत कर रही है।

ठेकेदार विनोद नहीं चाहते कि साजिद के भाई जावेद का हो एनकाउंटर
दूसरी तरफ दो बच्चों को खोने वाले ठेकेदार विनोद ठाकुर का कहना है कि उन्हें इस बात की तसल्ली है कि साजिद को उसके कर्मों की सजा मिल गई है। जावेद को भी सजा मिलनी चाहिए। विनोद ठाकुर उसके एनकाउंटर के पक्ष में नहीं है। उनका कहना है कि जावेद को पकड़ा जाना चाहिए, क्योंकि जब तक वह पकड़ा नहीं जाएगा। घटना की सच्चाई से पर्दा नहीं उठेगा और हमारे साथ-साथ पुलिस एवं समाज को जघन्य घटना के पीछे की सच्चाई का पता नहीं चलेगा। 

ये भी पढ़ें.....
UP News: बदायूं पुलिस ने 3 घंटे के अंदर कातिल नाई को किया ढेर, घर में घुसकर दोनों ने की थी ये जघन्य वारदात

PREV

Latest Stories

श्री बजरंग सेना अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा का अनोखा जन्मदिन, लगाएंगे एक लाख पौधे
Oshmin Foundation: ग्रामीण भारत में मानसिक शांति और प्रेरणा का एक नया प्रयास, CSR का एक उत्कृष्ट उदाहरण
गर्भवती होते हुए भी क्रैक किया UPSC! पद्मिनी सेहरावत के UPSC सफर की कहानी जो आपको भी करेगी प्रेरित