बदायूं। पश्चिमी यूपी के  बंदायू में घर के सामने सैलून चलाने वाले दो बारबर ने घर में घुसकर दो मासूम बच्चाें की उस्तरे से गला रेत कर हत्या कर दी। हत्या के बाद बवाल मच गया। सूचना पर सक्रिय हुई इलाकाई पुलिस व एसओजी टीम ने 3 घंटे में ही इस जघन्य वारदात के मुख्य आरोपी बारबर को एनकाउंटर में मार गिराया। इस मुठभेड़ में इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई को गोली लगी है।

 

घर के अंदर छत पर ले जाकर साथी संग भाइयों का किया कत्ल
बाबा कालोनी निवासी विनोद ठाकुर ठेकेदारी करते हैं। वह यहां पर पत्नी संगीता और अपने तीन बच्चों के साथ रहते हैं। पत्नी संगीता मकान के  निचले हिस्से में ब्यूटी पार्लर चलाती है। विनोद ठाकुर इन दिनों बाहर थे। इनका घर मंडी समिति पुलिस चौकी से महज 500 की दूरी पर है। 19 मार्च की शाम 6.30 बजे के आस पास ठेकेदार विनोद ठाकुर के घर के अंदर उनके दो बेटों आयुष ठाकुर  (13) और अहान ठाकुर उर्फ हनी (7) की उस्तरे से गला रेतकर हत्या कर दी गई। तीसरे बच्चे  पियूष पर भी कातिलों ने वार किया, लेकिन वह भाग निकला। उसके हाथ में उस्तरा लगा है।

 

कातिलों का मकसद नहीं भाप पाया परिवार 
साजिद और जावेद घर के सामने दुकान चलाते थे, इसलिए जब वह घर में घुसे तो कोई उनका मकसद नहीं भाप पाया। वह  विनोद के तीनों बच्चों को लेकर छत पर चले गए। घटना की जानकारी होने पर कालोनी में आक्रोश फैल गया। संगीता भी भागकर पहुंची तो वहां दो बेटों को खून से सना हुआ मृत पाया। विनोद की मां शांति देवी का कहना है कि बदमाशों के हाथ में एक बड़ा उस्तरा था। 

 

नाराज लोगों ने दुकान में की तोड़फोड़, आगजनी
इस जघन्य वारदात से सनसनी फैल गई। पुलिस जब तक पहुंची नाराज लोगों ने साजिद के सैलून में तोड़फोड़ कर दी। सामान बाहर निकालकर आग लगा दिया। हंगामा शुरू हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभालने की कोशिश की लेकिन उग्र भीड़ मानने को तैयार नहीं थी। एसपी और डीएम भी मौके पर पहुंच गए। इस बीच इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई को बदमाशों की लोकेशन मिली। वह अपनी टीम व एसओजी के साथ बदमाशों के पीछे लग गए। 

 

ढाई किमी दूरी पर ही पुलिस से हो गई मुठभेड़
करीब 3 घंटे बाद घटनास्थल से ढाई किमी. दूर शेखूपुर जंगल में एक बदमाश से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। जवाबी कार्रवाई में बदमाश को गोली लगी और वह ढेर हो गया। इस दौरान इंस्पेक्टर गौरव विश्नाेई भी घायल हो गए। बदमाश और इंस्पेक्टर को अस्पताल ले जाया गया। जहां बदमाश को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उसकी पहचान साजिद के रूप में हुई।

 

बच्चों के खून से सने थे कातिल के हाथ व कपड़े
साजिद ने बड़ी ही बेरहमी से दोनों बच्चों का गला रेता था। उसके दोनों हाथों में बच्चों के खून लगे थे। कपड़े भी खून से सने थे। इंस्पेक्टर गौरव बिश्नोई को भी गोली लगी है। उनकी हालत गंभीर है।आईजी डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि पुलिस बदमाश का पीछा कर रही थी। पहले उसने गोली चलाई, जवाब में पुलिस ने फायरिंग की। इसमें आरोपी मारा गया। उसे दो गोलियां लगी हैं। 

 

बदमाश का शव दिखाने की जिद पर अड़ा परिवार
बच्चों के पिता विनोद ने आईजी राकेश सिंह समेत पुलिस प्रशासन से कहा कि जिस हत्यारोपी को मुठभेड़ में मार गिराया है उसको दिखाओ । अगर नहीं दिखाया तो वह परिवार के साथ दिन निकलते ही आत्मदाह कर लेगा। पुलिस ने यह बात सुन विनोद को हत्यारोपी का शव दिखाने का आश्वासन दिया है।

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