चुनाव आयोग का अधिकारियों को निर्देश, राजनीतिक दबाव में आए बिना करें काम, आंध्र में तीन आईपीएस का तबादला

अधिकारियों को भेजे गए संदेश में ईसीआई ने कहा, ‘हमारा कोई सियासी आका नहीं है, जिसकी हमें सेवा करनी है। हमारा एक ही आका भारतीय चुनाव आयोग है।’

We have no political masters to serve, Election Commission clear instruction to officers and staff

चुनाव आयोग ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया है कि उनका राजनीतिक अथवा कोई अन्य आका सिर्फ आयोग है। आयोग ने चुनाव ड्यूटी में लगे अधिकारियों को संबोधित करते हुए ये बात कही है। आयोग ने चुनाव ड्यूटी में शामिल कुछ अधिकारियों  पर राजनीतिक दलों द्वारा उंगली उठाए जाने के बाद यह चिंता जाहिर की है। इसे आयोग की छवि पर दाग लग रहा है।

कुठ अधिकारियों की ओर से शिकायत मिलने के बाद चुनाव आयोग की ओर से कहा गया है, ‘हमारा कोई सियासी आका नहीं है, जिसकी हमें सेवा करनी है। हमारा एक ही आका भारतीय चुनाव आयोग है।’

सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में हुई एक बैठक के दौरान कई अधिकारियों ने राजनीतिक दलों की ओर से दबाब बनाए जाने को लेकर चिंताएं जताईं। इस पर चुनाव आयोग की ओर से सीईओ को स्पष्ट कह दिया गया है कि वो यह संदेश सभी अधिकारियों तक पहुंचा दें।

मंगलवार को चुनाव आयोग ने आंध्र प्रदेश में तीन आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया। यह कार्रवाई वाईएसआरसीपी के नेताओं को ओर से लगाए गए उन आरोपों के बाद की गई जिनमें कहा गया था कि ये अधिकारी सत्ताधारी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के पक्ष में काम कर रहे हैं। चुनाव आयोग ने खुफिया महानिदेशक एबी वेंकटेश्वर राव, कडप्पा से एसपी राहुल देव शर्मा और श्रीकुलम के एसपी वेंकट रत्नम का तबादला कर दिया।

चुनाव आयोग ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि सभी चुनाव अधिकारी अथवा उनके मातहत करने वाले पूरी चुनाव प्रक्रिया के दौरान तटस्थता बनाए रखें। उन्हें भयभीत हुए बिना चुनाव आयोग द्वारा दी गई जिम्मेदारियों का निर्वहन करना चाहिए। मॉडल कोड कंडक्ट के उल्लंघन अथवा सार्वजनिक संपत्ति के दुरुपयोग के खिलाफ किसी भी तरह का कोताही नहीं बरती जानी चाहिए। सभी आदेशों का तेजी से पालन होना चाहिए।

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