पहले माना जा रहा था कि येदियुरप्पा नए साल की शुरूआत में अपने कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं। लेकिन अभी तक ये टल रहा है। कैबिनेट विस्तार को लेकर पार्टी और मुख्यमंत्री पर दबाव बना हुआ है। क्योंकि उपचुनाव जीतने वाले विधायक जल्द कैबिनेट विस्तार की मांग रहे हैं।
बंगलुरू। कर्नाटक की छह महीने पुरानी बी एस येदियुरप्पा सरकार का अगले हफ्ते तक कैबिनेट विस्तार हो सकता है। माना जा रहा है कि राज्य में दो महीने पहले हुए उपचुनाव जीतने वाले विधायकों को कैबिनेट में जगह मिलेगी। माना जा रहा है कि येदियुरप्पा की भाजपा आलाकमान से भी बात हो चुकी है और वहां से हरी झंडी मिलने के बाद अगले हफ्ते ही कैबिनेट का विस्तार हो सकता है।
हालांकि पहले माना जा रहा था कि येदियुरप्पा नए साल की शुरूआत में अपने कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं। लेकिन अभी तक ये टल रहा है। कैबिनेट विस्तार को लेकर पार्टी और मुख्यमंत्री पर दबाव बना हुआ है। क्योंकि उपचुनाव जीतने वाले विधायक जल्द कैबिनेट विस्तार की मांग रहे हैं। माना जा रहा है कि भाजपा सरकार के कैबिनेट में जीतने वाले विधायकों को ही मौका मिलेगा। उपचुनाव में भाजपा ने 13 सीटों पर जीत हासिल की थी।
जिसके बाद राज्य में येदियुरप्पा सरकार को किसी भी तरह का अब खतरा नहीं है। क्योंकि राज्य में भाजपा के पास बहुमत से ज्यादा विधायक हैं। भाजपा ने उपचुनाव से पहले साफ तौर पर कहा था कि राज्य में उपचुनाव में जीतने वाले विधायकों को ही मंत्री बनाया जाएगा। फिलहाल राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी आलाकमान से कैबिनेट विस्तार के बारे में चर्चा कर चुके हैं और इसके लिए किन नेताओं को कैबिनेट में शामिल किया जाना है।
उसके लिए भी चर्चा हो चुकी है। वर्तमान में राज्य में मुख्यमंत्री सहित 18 मंत्री हैं और अधिकतम 34 मंत्री हो सकते हैं। गौरतलब है कि पिछले साल राज्य में भाजपा ने सरकार बनाई थी और राज्य की तत्कालीन कांग्रेस और जद(एस) सरकार विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर सकी थी। क्योंकि दोनों दलों के 15 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था और जिसके बाद कुमारस्वामी की अगुवाई वाली सरकार अल्पमत में आ गई थी।