उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामलों में कड़ा एक्शन लिया है। अभी तक राज्यभर में यूपी पुलिस ने 6500 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। वहीं राज्यभर में 667 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही लखनऊ में 3500 और गाजियाबाद में 3000 और गाजियाबाद में 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नागरिकता कानून के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शनों पर कड़ा रूख लेते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ी कार्यवाही की है। राज्य में हुई हिंसा और प्रदर्शनों में अब तक 6500 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है और 667 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि अभी तक राज्य के कई जिलों में हिंसा जारी है। लिहाजा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में योगी सरकार इन हिंसक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर सकती है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामलों में कड़ा एक्शन लिया है। अभी तक राज्यभर में यूपी पुलिस ने 6500 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। वहीं राज्यभर में 667 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही लखनऊ में 3500 और गाजियाबाद में 3000 और गाजियाबाद में 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यूपी पुलिस ने गाजियाबाद में तोड़फोड़ करने वाले 60 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है।
जानकारी के मुताबिक अभी तक लखनऊ में 218 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यूपी पुलिस ने साफ किया है कि आरोपियों को किसी भी तरह बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि इन हिंसक प्रदर्शनों में एनजीओ और राजनैतिक दलों के शामिल होने की भी जांच की जा रही है। हालांकि राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ही साफ कर चुके हैं कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही जाएगी और किसी को नहीं बख्शा जाएगा।
वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस का कहना है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। गौरतलब है कि गुरुवार को लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हिंसक प्रदर्शन हुए थे और हिंसक प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकी पर हमला कर उसे आग के हवाले कर दिया था और सरकारी संपत्ति को निशाना बनाया था। कानपुर, संभल, मऊ, कानपुर समेत कई जिलों में भी प्रदर्शन हुए थे।