योगी राज में अमेठी में पुलिस हिरासत में अधेड़ की मौत, जांच के आदेश दिए

जानकारी के मुताबिक पुलिस ने यूको बैंक मैनेजर से 26 लाख रुपये की लूट के माले में सत्यप्रकाश शुक्ला को गिरफ्तार किया था और थाने में ले जाकर जमकर पीटा। जिसके बाद उनकी मौत हो गई है। फिलहाल इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। कानून व्यवस्था के मामले में यूपी की योगी सरकार पहले से कई आरोपों को झेल रही है और सुप्रीम कोर्ट ने भी सख्त टिप्पणी दी है।

Yogi Raj dies in Amethi in police custody, order for investigation

अमेठी। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का आलम ये है कि पुलिस जब चाहे किसी  को घर  से उठा ले और उसके ऊपर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर ले। ऐसा  ही मामला उत्तर प्रदेश के अमेठी में आया है। जहां लूट के आरोप में एक अधेड़ को पुलिस ने थर्ड डिग्री दिया जिसके बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस पर आरोप है कि पूछताछ के दौरान सत्यप्रकाश की काफी पिटाई कर दी। जिसके बाद हालत बिगड़ने पर उनकी हालत गंभीर हो गई और उन्हें सुलतानपुर के जिला अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

जानकारी के मुताबिक पुलिस ने यूको बैंक मैनेजर से 26 लाख रुपये की लूट के माले में सत्यप्रकाश शुक्ला को गिरफ्तार किया था और थाने में ले जाकर जमकर पीटा। जिसके बाद उनकी मौत हो गई है। फिलहाल इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। कानून व्यवस्था के मामले में यूपी की योगी सरकार पहले से कई आरोपों को झेल रही है और सुप्रीम कोर्ट ने भी सख्त टिप्पणी दी है। अधेड़ की मौत से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। उधर सुल्तानपुर के एसपी के आदेश के बाद गिरफ्तार करने वाली अमेठी एसओजी टीम और पीपरपुर पुलिस के खिलाफ हत्या व लूट की धाराओं एफआईआर दर्ज की गई है।

जानकारी के मुताबिक इस महीने पांच तारीख को अमेठी के पीपरपुर में भादर स्थित यूको बैंक के मैनेजर मुनीश कुमार गौतम और कैशियर अंशू सिंह से बदमाशों ने 26 लाख रुपये लूटे थे। इस मामले की जांच टीम कर रही थी। इसके लिए जिले के पुलिस कप्तान ने जांच की जिम्मेदारी स्वाट टीम और पीपरपुर पुलिस को सौंपी थी। लिहाजा पुलिस ने संदेश के आधार पर प्रतापगढ़ जिले के बरबंडा बाबूगंज में रहने वाले सत्यप्रकाश शुक्ल और उनके दो बेटों राहुल शुक्ला व साहिल शुक्ला को गिरफ्तार किया और थाने ले गए। जहां पर सत्यप्रकाश शुक्ला पर पूछताछ के दौरान पुलिस ने थर्ड डिग्री का प्रयोग किया।

जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद पुलिसकर्मी सत्यप्रकाश शुक्ला को सुलतानपुर के जिला अस्पताल ले गई जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। सत्यप्रकाश शुक्ला की मौत के लिए परिजनों ने पुलिस को जिम्मेदार बताया और कई घंटे तक हंगामा किया। इसके बाद दबाव में आई पुलिस ने ओमप्रकाश शुक्ल की तहरीर पर एसओजी अमेठी और पीपरपुर पुलिस पर हत्या और लूट का मुकदमा दर्ज किया गया। फिलहाल इस मामले  की जांच चल रही है और राज्य के पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मामले को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।

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