आज से योगी सरकार के मंत्री एक तरह से फिर से छात्र के रुप में आईआईएम में होंगे। बच्चों की तरह से यहां पर मंत्रियों के लिए इंटरवल भी होगा और फिर दोबारा क्लास चलेगी। ये कार्यक्रम पूरे दिन का रखा गया है। जिसमें योगी आदित्यनाथ स्वयं मौजूद होंगे। शाम को क्लास छूटने के बाद मंत्रियों को अगले हफ्ते के लिए होमवर्क भी किया जाएगा और तीसरे रविवार को मंत्रियों के मूल्यांकन का रिपोर्ट कार्ड भी दिया जाएगा।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आज से अगले तीन रविवार तक लखनऊ स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान में प्रबंधन के गुर सिखेंगी। इसकी शुरूआत आज से हो गई है। इसके तहत योगी सरकार के मंत्री योजनाओं के प्रबंधन के टिप्स सीखेंगे। यही नहीं योगी सरकार को मंत्रियों को आज शाम को क्लास खत्म होने के बाद होमवर्क भी मिलेगा।
इसके लिए आईआईएम ने योगी सरकार के मंत्रियों को लिए एक अलग तरह के कार्यक्रम तैयार किया गया है ताकि योगी सरकार के मंत्री व्यवहारिक ढंग से इन विषयों को समझ सकें। यही नहीं इस दौरान मंत्रियों को टॉस्क भी दिए जाएंगे और सवाल- जवाब भी होंगे। आईआईएम के प्रबंधन ने मंत्रियों को अलग-अलग समूह में बांटा गया है।
ताकि उसकी दक्षता भी आंकी जा सके। मंत्रियों के लिए अगले तीन रविवार तक चलाए जा रहे इस कार्यक्रम में मंत्री सुशासन, प्रबंधन, नेतृत्व कौशल व जनभागीदारी का पाठ पढ़ेंगे। आज से मंत्री एक तरह से फिर से छात्र के रुप में आईआईएम में होंगे। बच्चों की तरह से यहां पर मंत्रियों के लिए इंटरवल भी होगा और फिर दोबारा क्लास चलेगी। ये कार्यक्रम पूरे दिन का रखा गया है।
जिसमें योगी आदित्यनाथ स्वयं मौजूद होंगे। शाम को क्लास छूटने के बाद मंत्रियों को अगले हफ्ते के लिए होमवर्क भी किया जाएगा और तीसरे रविवार को मंत्रियों के मूल्यांकन का रिपोर्ट कार्ड भी दिया जाएगा। जिसके तहत मंत्रियों के प्रबंधन और नेतृत्व क्षमता मालूम चलेगी। यही नहीं आज शाम को क्लास खत्म होने के बाद मंत्रियों को आईआईएम की तरफ से कुछ किताबें, कुछ प्रबंधन साहित्य भी दिया जाएगा।
ताकि अगले हफ्ते वह इसे पढ़कर आएं। योगी सरकार के लिए विशेष तौर से आयोजित किए गए इस कार्यक्रम की देखरेख आईआईएम की निदेशक प्रो़ अर्चना शुक्ल खुद कर रही हैं। इस क्लास में मंत्रियों को यूपी के सामाजिक-आर्थिक संदर्भों के बारे में बताया तो जाएगा साथ ही वैश्विक, राष्ट्रीय व प्रदेश के आर्थिक पहलूओं की भी जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही यूपी की तुलना में चार विकसित राज्यों की योजनाओं और उसका अध्ययन भी मंत्रियों को पढ़ाया जाएगा और ये भी बताया जाएगा कि ये राज्य यूपी से आगे क्यों हैं।