पीएम मोदी से मुलाकात के बाद जगन ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से भी मुलाकात की। माना जा रहा है कि जगन वाईएसआर कांग्रेस को एनडीए में शामिल करने को लेकर गंभीर हैं। 30 मई को सीएम पद की शपथ ले रहे हैं जगन।
आंध्र प्रदेश में प्रचंड बहुमत लेकर सरकार बनाने जा रहे वाईएसआर कांग्रेस के प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उनके शपथग्रहण में आने का न्यौता दिया। पीएम मोदी ने भी जगन का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए उन्हें गले लगाया। वाईआसआर सुप्रीमो ने पीएम मोदी को शॉल और तिरुपति बालाजी की तस्वीर भेंट की। खास बात यह है कि जगन 30 मई को सीएम पद की शपथ ले रहे हैं, इसी दिन पीएम मोदी भी शपथ लेंगे। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद जगन ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से भी मुलाकात की। माना जा रहा है कि जगन वाईएसआर कांग्रेस को एनडीए में शामिल करने को लेकर गंभीर हैं।
पीएम मोदी ने जगन से मुलाकात की तस्वीरें ट्वीट की हैं। पीएम ने लिखा, आंध्र प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के साथ बेहतरीन मुलाकात की। आंध्र प्रदेश के विकास से जुड़े मुद्दों पर उनके साथ काफी अच्छी चर्चा हुई। उन्हें केंद्र की ओर से सभी तरह के सहयोग का भरोसा दिलाया है।
Had an excellent meeting with Andhra Pradesh’s CM designate . We had a fruitful interaction on several issues pertaining to AP’s development. Assured him all possible support from the Centre during his term. pic.twitter.com/u7bwPGI4t6
— Narendra Modi (@narendramodi)जगन इससे पहले 2015 और 2017 में भी पीएम मोदी से मुलाकात कर चुके हैं। राज्य के पूर्व सीएम वाईएसआर रेड्डी के बेटे जगन की पार्टी को विधानसभा की 175 में से 151 सीटों पर जीत हासिल हुई है। यही नहीं लोकसभा में उन्हें 25 में से 22 सीटें मिली हैं। वहीं एनडीए छोड़कर विपक्ष के साथ गए चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी को विधानसभा में 23 और लोकसभा में महज तीन सीटें मिलीं।
पीएम से मुलाकात के बाद जगन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मिलने पहुंचे। खास बात यह है कि शाह से मिलने का उनका कोई औपचारिक कार्यक्रम नहीं था।
Delhi: YSRCP chief Jaganmohan Reddy met BJP President Amit Shah today. (file pics) pic.twitter.com/K6pf4Dg19e
— ANI (@ANI)आंध्र प्रदेश (संयुक्त) के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री और जगन के पिता वाईएसआर रेड्डी की साल 2009 में एक हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी। पिता की मौत के बाद कांग्रेस से उभरे मतभेदों के कारण जगन ने 2011 में अपनी अलग पार्टी वाईएसआर कांग्रेस बना ली थी।