उत्तर भारत में हीटवेव का कहर- पारा 40 डिग्री के पार- अभी और सितम ढायेगी गर्मी- मौसम वैज्ञानिकों ने दी वार्निंग

By Surya Prakash TripathiFirst Published May 18, 2024, 5:37 PM IST
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Weather Report:  मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के लिए भीषण लू की चेतावनी जारी की है, और अगले 3 दिनों तक मध्य और पूर्वी भारत में लू की स्थिति बनी रहेगी। उत्तर भारत में गर्म हवाएं और हाई टैंप्रेचर ने कहर बरपा रहा है।

Weather Report:  मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के लिए भीषण लू की चेतावनी जारी की है, और अगले 3 दिनों तक मध्य और पूर्वी भारत में लू की स्थिति बनी रहेगी। उत्तर भारत में गर्म हवाएं और हाई टैंप्रेचर ने कहर बरपा रहा है। कल 47.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किए जाने के बाद दिल्ली का नजफगढ़ देश का सबसे गर्म स्थान रहा।

Weather Report: 3 स्टेट में रेड एलर्ट की एडवाईजरी
भारत मौसम विज्ञान विभाग की चेतावनी में राजस्थान, पंजाब और हरियाणा को रेड कलर से एलर्ट किया गया है, जिसमें लोगों और अधिकारियों से लू के कहर से बचने को कहा गया है। इस बीच पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से आरेंज रेड जारी किया है। लोगों को सतर्क रहने और हाई टेंप्रेचर के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है।

Weather Report: 4 राज्यों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार
राजस्थान में 19, हरियाणा में 18, दिल्ली में 8 और पंजाब में  2 स्थानों पर पारा 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया है। हीट वेव की सीमा तब पूरी होती है, जब मौसम केंद्र का मैक्सिमम टेंप्रेचर मैदानी इलाकों में कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस, तटीय इलाकों में 37 डिग्री और पहाड़ी इलाकों में 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस विचलन (Deviation) होता है।

Weather Report: भीषण हीट वेव की चेतावनी
अगर सामान्य से विचलन (Deviation) 6.4 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है, तो भीषण हीट वेव घोषित की जाती है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में तापमान सामान्य श्रेणी में रहने की उम्मीद है। उत्तराखंड में गर्म और आर्द्र स्थिति रहने की उम्मीद है। इस बीच दक्षिण भारत में 23 मई तक तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जिसमें 19-21 मई के दौरान अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।

Weather Report:  हर 30 साल में एक बार आएगी ऐसी भीषण गर्मी 
मौसम कार्यालय के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून के 19 मई के आसपास दक्षिण अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और निकोबार द्वीप समूह में आगे बढ़ने की बहुत संभावना है। प्रमुख जलवायु साइंटिस्टों ने कहा कि ऐसी ही हीटवेव हर 30 साल में एक बार आ सकती है, और जलवायु परिवर्तन के कारण ये पहले से ही लगभग 45 गुना अधिक संभावित हो गई हैं।

Weather Report: गरीबों के जीवन को कठिन बना रही गर्मी की चुभन
वर्ल्ड वेदर एट्रिब्यूशन ग्रुप के साइंटिस्टों ने इस बात पर जोर दिया कि जलवायु परिवर्तन के कारण तीव्र होती गर्मी की लहरें एशिया भर में गरीबी में रहने वाले लोगों के जीवन को कठिन बना रही हैं। IMD ने पहले अप्रैल-जून की अवधि के दौरान भारत में अत्यधिक गर्मी की चेतावनी दी थी, जो 1 जून को समाप्त होने वाले 7 चरणीय लोकसभा चुनावों के साथ मेल खाती है।



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