कुत्ते की दुम कभी सीधी नहीं होती है। वैसे ही कोई आतंकवादी कभी भी आतंक का गुनाह करने से बाज नहीं आ सकता। कुख्यात वैश्विक आतंकी सरगना हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा पर भले ही प्रतिबंध लगा दिया गया है लेकिन वह अब दूसरे आतंकवादी संगठनों के जरिए आतंक फैलाने साजिश में लगा हुआ है।
नई दिल्ली: भारी अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण पाकिस्तान ने आतंकी सरगना हाफिज सईद के संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया, उसकी गतिविधियों को सीमित करके अपने ही घर में नजर बंद कर दिया। लेकिन हाफिज सईद बाज आने वाला नहीं है।
अब खुफिया विभाग को खबर मिली है कि जमात-उद-दावा पर बैन के बाद हाफिज सईद दूसरे संगठनों के जरिए आतंकवाद फैलाने की साजिश में लगा हुआ है। पिछले दिनों अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के दबाव में हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा पर पाकिस्तान में प्रतिबंध लगा दिया गया था। सईद को इसी साल जुलाई में गिरफ्तार किया गया था। उस पर आतंकवादियों को फंड उपलब्ध कराने का मामला चलाया जा रहा है। टेरर फंडिंग के आरोपों पर सईद के खिलाफ दो सितंबर को सुनवाई शुरू होगी। इसके पहले साल 2009 में दर्ज टेरर फंडिंग के एक मामले में पाक स्थित पंजाब पुलिस के आतंकवाद विरोधी विभाग ने उसे लाहौर से गिरफ्तार किया था।
लेकिन हाफिज सईद हर बार जमानत पर रिहा हो जाता है और फिर से अपनी आतंकी कारगुजारियों में जुट जाता है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक हाफिज सईद खुद पर प्रतिबंध लगने के बाद अब दूसरे आतंकी संगठनों को मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए पैसा पहुंचा रहा है।
हाफिज सईद जैसे आतंकवादी पाकिस्तान की राज्य नीति के हिस्से हैं। इसीलिए पाकिस्तान दिखावे के लिए बेहद मजबूरी में उसके जैसे आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का नाटक करता है। इस बार भी लगता है जैसे पाकिस्तान ने हाफिज सईद के खिलाफ सिर्फ कार्रवाई का नाटक ही किया है।
दरअसल पिछले दिनों फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में शामिल रखने का फैसला हुआ। साथ ही, ये भी कहा गया है कि अगर पाकिस्तान ने सितंबर तक ठोस कदम नहीं उठाए तो उसे ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है। ग्रे लिस्ट में शामिल होने से पाकिस्तान को 10 अरब डॉलर का नुकसान पहले ही हो चुका है।
इसी डर से पाकिस्तान हाफिज सईद के संगठन को प्रतिबंधित करने के साथ साथ उसे गिरफ्तार भी किया था। लेकिन हाफिज सईद अपनी हरकतों को बंद करने के लिए तैयार नहीं है।
हाफिज सईद वही आतंकवादी है जिसने मुंबई में 26/11 को हुए बर्बर आतंकवादी हमला करवाया था। वह लश्कर-ए-तैय्यबा जैसे खतरनाक आतंकवादी संगठन का संस्थापक रहा है। बाद में ये आतंकवादी संगठन जमात-उद-दावा से जुड़ गया। भारत लगातार पाकिस्तान से उसे सौंपने की मांग करता रहा है।
संयुक्त राष्ट्र भी हाफिज सईद को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर चुका है।