वर्ल्ड कप 2019 में पहली हैट्रिक लगाने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की अगुवाई में भारतीय बॉलरों ने अफगानिस्तान को 225 रन का लक्ष्य हासिल नहीं करने दिया। भारत की उम्दा गेंदबाजी की बदौलत अफगानिस्तान 11 रन से मुकाबला हारकर एक बड़ा उलटफेर करने से चूक गई। इस जीत के साथ विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम इंडिया ने सेमीफाइनल की ओर कदम बढ़ा लिए हैं। हालांकि वर्ल्ड कप की प्रबल दावेदार में से एक मानी जा रही टीम इंडिया के सामने जबरदस्त जुझारूपन दिखाकर अफगान टीम ने सबका दिल जीत लिया। अंतिम ओवरों में शानदारी गेंदबाजी करने वाले जसप्रीत बुमराह को मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया।

अफगानिस्तान ने पहले बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए स्टार बल्लेबाजों से सजी दो बार की चैंपियन टीम इंडिया को आठ विकेट पर 224 रन पर रोक दिया था। इसके बाद वह विश्व कप का सबसे बड़ा उलटफेर करने की ओर बढ़ ही रही थी कि शमी और जसप्रीत बुमराह ने उसका यह सपना तोड़ दिया। आखरी गेंद बाकी रहते भारत ने अफगानिस्तान को 213 रन पर रोक दिया। पहले गेंदबाजी में 33 रन देकर दो विकेट लेने वाले अफगानिस्तान के ऑल राउंडर मोहम्मद नबी ने 55 गेंद में 52 रन की शानदार पारी खेली। 

अफगानिस्तान को आखिरी दो ओवर में 21 रन चाहिए थे। उस समय नबी क्रीज पर थे। पारी के 49वें ओवर में बुमराह ने सिर्फ पांच रन दिए। इसके बाद शमी के आखिरी ओवर की पहली गेंद पर नबी ने चौका जड़ मैच को रोमांचक बना दिया। हालांकि अगली गेंद पर उन्होंने कोई रन नहीं लिया और तीसरी गेंद पर हार्दिक पंड्या को सीमा पर कैच दे बैठे। इसके बाद आफताब आलम (0) और मुजीब उर रहमान (0) को आउट करके शमी ने अपनी हैट्रिक और भारत की विश्व कप में 50वीं जीत पूरी की। 

वर्ल्ड कप में हैट्रिक लगाने वाले आठवें गेंदबाज 

शमी विश्व कप में हैट्रिक लगाने वाले दुनिया के आठवें और भारत के दूसरे गेंदबाज बने । उनसे पहले चेतन शर्मा (1987), सकलेन मुश्ताक (1999), चमिंडा वास (2003), ब्रेट ली (2003), लसिथ मलिंगा (2007), केमार रोच (2011), लसिथ मलिंगा (2011) , स्टीव फिन (2015) और जेपी डुमिनी (2015) यह कमाल कर चुके हैं।

विराट कोहली ने खेली कप्तानी पारी

किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि खिताब की प्रबल दावेदार और पहले तीनों मैच आसानी से जीतने वाली भारतीय टीम को अफगानिस्तान से ऐसी चुनौती मिलेगी। भारत के लिए कप्तान विराट कोहली ने 63 गेंद में 67 रन बनाए जबकि उनके अलावा कोई भारतीय बल्लेबाज अफगान गेंदबाजों का सामना नहीं कर सका। आईपीएल स्टार मोहम्मद नबी ने नौ ओवर में 33 रन देकर दो विकेट लिए। मुजीब उर रहमान ने दस ओवर में 26 रन देकर एक और रशीद खान ने 10 ओवर में 38 रन देकर एक विकेट लिया। पिच से मिल रही उछाल और टर्न का पूरा फायदा उठाते हुए अफगान गेंदबाजों ने भारत के सितारा बल्लेबाजों को बांधे रखा।

अफगान टीम ने 152 गेंद डॉट फेंकी

अफगानिस्तान की टीम ने कुल 152 डॉट गेंदें डाली। यानी पारी के आधे ओवरों में उन्होंने कोई रन नहीं दिया। अफगान गेंदबाजों के लिए यह अच्छी वापसी रही जिन्हें पिछले मैच में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने रिकार्ड 25 छक्के लगाए थे। महेंद्र सिंह धोनी (52 गेंद में 28 रन) और केदार जाधव (68 गेंद में 52 रन)  जैसे धाकड़ बल्लेबाज भी रनगति नहीं बढा सके। दोनों ने बीच के 14 ओवरों में सिर्फ 57 रन बनाए। धोनी स्ट्राइक रोटेट करने में नाकाम रहे। धोनी को रशीद ने आउट किया जो आगे बढ़कर खेलने के प्रयास में स्टम्पिंग का शिकार हो गए। हार्दिक पंड्या ने आते ही आक्रामक तेवर दिखाने शुरू किए लेकिन टिक नहीं सके। उन्हें तेज गेंदबाज आफताब आलम ने पवेलियन भेजा। कप्तान गुलबदन नाईब ने 52 रन देकर दो विकेट लिए। उन्होंने आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर जाधव को आउट किया। 

फिरकी के फेर में फंस गई टीम इंडिया

इस मैच से पहले भारत ने तीन मैचों में 14 विकेट गंवाए थे और स्पिनर के सामने कोई बल्लेबाज आउट नहीं हुआ था। शानदार फार्म में चल रहे रोहित शर्मा को मुजीब ने दूसरा पर फंसाया। वहीं केएल राहुल 30 रन बनाने के बावजूद सहज नहीं लगे। उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब के उनके साथी खिलाड़ी मुजीब ने आउट किया। रिवर्स स्वीप खेलने के प्रयास में वह शार्ट थर्डमैन पर हजरतुल्लाह जजाई को कैच दे बैठे। कोहली अकेले ऐसे भारतीय बल्लेबाज थे जो सहज दिखे। उन्होंने रशीद को उम्दा कवर ड्राइव लगाया। विजय शंकर ने 41 गेंद में 29 रन बनाए और कोहली के साथ 58 रन जोड़े। उन्हें रहमत शाह ने एलबीडब्ल्यू आउट किया। कोहली एक और शतक की ओर बढ़ रहे थे लेकिन नबी को कट लगाने के प्रयास में अपना विकेट गंवा बैठे। (एजेंसी इनपुट के साथ)