नई दिल्ली: देश को पहला विश्व कप दिलाने वाले टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और अपने जमाने के धुरंधर खिलाड़ी कपिल देव का मानना है कि महेन्द्र सिंह धोनी में अभी काफी क्रिकेट बाकी है और अभी उनके संन्यास लेने का उचित समय नहीं है। 

कपिल देव ने एक बांग्ला अखबार को दिए इंटरव्यू के दौरान खुलासा किया कि उन्होंने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को मोबाइल पर एक संदेश भेजा।

 जिसमें उन्होंने लिखा कि 'आपको रिटायर नहीं होना चाहिए। दिमाग को गर्म ना होने दें, ये एक पूर्व क्रिकेटर के तौर पर संदेश है। जब मुझे 1984-85 में ईडन गार्डन टेस्ट में मुझे इंग्लैंड के खिलाफ बाहर कर दिया गया था, तो मैं भी गुस्से में रिटायर होना चाहता था।'

कपिल देव ने इस वाकये के बारे में विस्तार से बताया कि कैसे वह लंदन के एक होटल में ठहरे हुए थे। जहां कॉफी लाउंज में अपने एक मित्र से उन्होंने पूछा धोनी का कोई डायरेक्ट नंबर है क्या। मैं उसे फोन नहीं करुंगा लेकिन मुझे एक मैसेज भेजना है। 

कपिल देव मानते हैं कि धोनी के अंदर अभी भी बहुत क्रिकेट बाकी है और उन्हें अभी संन्यास नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि 'धोनी ने खुद टेस्ट क्रिकेट खेलना छोड़ दिया। अगर आप 10 और टेस्ट खेलना चाहते थे तो खेल सकते थे। 5 चयनकर्ता धोनी का भविष्य तय करेंगे, इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। जब भी सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर जैसे खिलाड़ी रिटायर होते हैं, तो वो ही तय करते हैं। मैं धोनी से अनुरोध करूंगा, पानी पियो, ठंडे रहो, अकेले सोचो, फिर फैसला करो।'

कपिल देव से जब चयनकर्ताओं द्वारा धोनी के संन्यास के बारे में पूछताछ करने संबंधी सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 'पहले टेस्ट या वनडे खिलाने से पहले क्या धोनी से पूछा गया था कि उन्हें मौका दिया जाएगा या नहीं। तो अब उनसे ये क्यों पूछा जाना चाहिए कि तुम कब रिटायर होगे? ये एक वरिष्ठ क्रिकेटर के लिए शर्म की बात है। मैं अपमान शब्द का इस्तेमाल नहीं कर रहा हूं, लेकिन मेरे लिए ये स्वीकार करना मुश्किल है। धोनी से बात करने का मतलब है उनसे पूछना कि वो कब जाएंगे? मेरा सवाल ये है कि टीम इंडिया का फाइनल में ना पहुंचने की वजह क्या सिर्फ धोनी थे?'