एक भूल और आपकी मेहनत की कमाई हो सकती है बर्बाद! जानिए कैसे बचा सकते हैं अपनी संपत्ति?
First Published Mar 23, 2025, 6:01 PM IST
Unclaimed Deposits, Investments: भारत में 80,000 करोड़ रुपये की बिना दावे वाली जमाराशि और निवेश पड़े हैं। जानें, सही वित्तीय वसीयत कैसे लिखें और अपनी संपत्ति को सुरक्षित कैसे करें।
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भारत में बिना दावे वाली वित्तीय संपत्तियों की बड़ी मात्रा पड़ी हुई है। इसमें 25,000 करोड़ रुपये के शेयर और 80,000 करोड़ रुपये की बैंक जमाराशियां शामिल हैं। इस तरह की संपत्तियाँ अक्सर दस्तावेज़ीकरण की कमी या उत्तराधिकारियों की जानकारी के अभाव में दावे के बिना रह जाती हैं। इस समस्या से बचने का सबसे प्रभावी तरीका एक वित्तीय वसीयत तैयार करना है।
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वित्तीय वसीयत क्या होती है?
वित्तीय वसीयत (Financial Will) एक कानूनी दस्तावेज होता है, जो यह निर्धारित करता है कि आपकी मृत्यु के बाद आपकी संपत्ति और निवेश आपके उत्तराधिकारियों में कैसे वितरित होंगे। यह न केवल कानूनी विवादों से बचाव करता है बल्कि संपत्ति के सुचारू हस्तांतरण को भी सुनिश्चित करता है।

वित्तीय वसीयत कैसे तैयार करें? (Financial Will)
1. अपनी सभी वित्तीय संपत्तियों की सूची बनाएं
अपनी सभी संपत्तियों की एक विस्तृत सूची तैयार करें, जिसमें शामिल हों:
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बैंक खाते: बचत, सावधि जमा (FD), आवर्ती जमा (RD)
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निवेश: शेयर, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, ULIP
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भविष्य निधि: EPF, PPF, NPS
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बीमा पॉलिसी: जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा
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रियल एस्टेट: भूमि, घर, वाणिज्यिक संपत्ति
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डिजिटल संपत्ति: क्रिप्टो निवेश, ऑनलाइन वॉलेट, डीमैट खाते

2. लाभार्थियों की पहचान करें
स्पष्ट रूप से उन लोगों के नाम दर्ज करें जो आपकी संपत्ति के उत्तराधिकारी होंगे। लाभार्थियों के लिए संपत्ति का प्रतिशत आवंटन भी निर्धारित करें।
3. एक निष्पादक नियुक्त करें
निष्पादक (Executor) एक ऐसा व्यक्ति होता है, जो आपकी वसीयत के अनुसार संपत्ति का वितरण सुनिश्चित करता है। आप किसी वकील, वित्तीय सलाहकार या परिवार के भरोसेमंद सदस्य को यह जिम्मेदारी दे सकते हैं।

4. नॉमिनीज और ज्वाइंट होल्डर्स का डिटेल अपडेट करें
अपने बैंक खातों, निवेश और बीमा पॉलिसियों में नामांकित व्यक्तियों (Nominee) का विवरण अद्यतन करें। यह सुनिश्चित करें कि आपके उत्तराधिकारियों को क्लेम प्रक्रिया में कठिनाई न हो।

5. सभी डाक्यूमेंट्स को सुरक्षित रखें
अपनी संपत्तियों से जुड़े सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को डिजिटल और भौतिक रूप में व्यवस्थित रखें। इसमें शामिल हैं:
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बैंक खाता विवरण
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शेयर और म्यूचुअल फंड स्टेटमेंट
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बीमा पॉलिसी दस्तावेज़
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पैन कार्ड, आधार कार्ड और संपत्ति दस्तावेज़

6. वसीयत को रजिस्टर्ड कराएं
हालांकि, वसीयत को पंजीकृत कराना अनिवार्य नहीं है, लेकिन सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में पंजीकरण कराने से इसकी कानूनी वैधता बढ़ जाती है।
7. समय-समय पर वसीयत अपडेट करें
यदि आपकी संपत्तियों में परिवर्तन, नया निवेश या पारिवारिक स्थिति में बदलाव होता है, तो वसीयत की समीक्षा और संशोधन अवश्य करें।

आम गलतियों से बचें
1. परिवार को सूचित न करना: सुनिश्चित करें कि आपके उत्तराधिकारी वसीयत की जानकारी से अवगत हों।
2. टैक्स देनदारियों की अनदेखी: संपत्ति वितरण से पहले कर संबंधी दायित्वों की समीक्षा करें।
3. अस्पष्ट भाषा का उपयोग: कानूनी विवादों से बचने के लिए वसीयत को स्पष्ट भाषा में लिखें।
4. कानूनी सलाह न लेना: वित्तीय योजनाकार या वकील से परामर्श अवश्य करें।

फाईंनेंसियल विल से क्या होगा फायदा?
1. सही वित्तीय वसीयत आपके उत्तराधिकारियों को बिना क्लेम वाली संपत्तियों के नुकसान से बचा सकती है।
2. सभी वित्तीय रिकॉर्ड व्यवस्थित रखें और नामांकित व्यक्ति की जानकारी अपडेट करें।
3. अपनी वसीयत को नियमित रूप से संशोधित और सुरक्षित रूप से संग्रहीत करें।
आज सही कदम उठाएँ, ताकि भविष्य में आपके परिवार को किसी वित्तीय कठिनाई का सामना न करना पड़े।