लाइफ़स्टाइल। अगर नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की ओर से जारी रिपोर्ट की मानी जाए तो टाइप 2 डायबिटीज के मामले देश में तेजी से बढ़ रहे हैं। माना जा रहा है कि साल 2045 तक भारत देश में 13.4 करोड़ लोग डायबिटीज की समस्या से जूझ रहे होंगे। कुछ लोगों को लगता है डायबिटीज की बीमारी ज्यादा शक्कर खाने से होती है लेकिन ये बात बिल्कुल सच नहीं है। जानिए आखिर क्या होते हैं डायबिटीज के कारण। 

डायबिटीज के कारण (Cause of Diabetes)

जब शरीर में ब्लड शुगर को प्रोसेस करने के तरीके में बदलाव होता है तो डायबिटीज की बीमारी पैदा हो जाती है। शक्कर और कार्ब से मिलने वाले ग्लूकोज से बॉडी टिशूज, सेल्स आदि को एनर्जी मिलती है। जब किसी कारण से शरीर को ईधन नहीं मिल पाता है तो ब्लड में शुगर का लेवल बिगड़ जाता है। पैंक्रियाज के इंसुलिन प्रोडक्शन ठीक से न कर पाने के कारण डायबिटीज की समस्या हो जाती है। 

इंसुलिन रसिस्टेंस के कारण डाबिटीज (Insulin resistance)

टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) का मुख्य कारण इंसुलिन रसिस्टेंस होता है। जब मसल्स, फैट और लिवर इंसुलिन के प्रति कोई रिस्पॉन्स नहीं देता है तो डायबिटीज की बीमारी हो जाती है। ऐसा मोटापे, फिजिकल एक्टिविटी न करने और हॉर्मोनल इम्बैलेंस के कारण हो सकता है। 

ऑटोइम्यून डिसीज (Autoimmune disease) के कारण डायबिटीज

Type 1 diabetes की समस्या अक्सर उन लोगों में देखने को मिलती है जिनका इम्यून सिस्टम इंसुलिन प्रोडक्शन सेल्स में अटैक कर देता है।

हार्मोनल असंतुलन (Hormonal imbalances) के कारण मधुमेह की बीमारी

आजकल के समय में लोगों में हार्मोन में गड़बड़ी आम बात हो गई है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को Gestational Diabetes की अधिक संभावना रहती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अग्न्याशय इंसुलिन रसिस्टेंस को दूर करने के लिए पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है।

ये भी पढ़ें:इस फल का बीज रग-रग में भर देगा एनर्जी, शरीर की चर्बी करेगा साफ