Cardiac Arrest And Heart Attack:  माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया जा रहा है। अक्सर लोग कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक को एक ही मानते हैं। ये दोनों ही हार्ट से जुड़ी हुई कंडीशन हैं। आइए जानते हैं कि आखिर हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट (Heart Attack Vs Cardiac Arrest) में आखिर क्या अंतर होता है। 

ब्लॉकेज के कारण होती है हार्ट अटैक की समस्या

न्यूज 18 को दिए गए इंटरव्यू में फोर्टिस हॉस्पिटल के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नित्यानंद त्रिपाठी बताते हैं कि हार्ट अटैक और  कार्डियक अरेस्ट अलग कंडीशन होती है। हार्ट शरीर को ब्लड पंप करने में मदद करता है। शुद्ध खून से शरीर को ऑक्सीजन मिलती है। साथ ही खराब खून वापस हार्ट में पहुंच जाता है। खराब खून को दिल तक पहुंचाने का काम कोरोनरी आर्टरीज करती हैं। जब व्यक्ति के शरीर में कोलेस्ट्रॉल ज्यादा जमा हो जाता है तो कोरोनरी आर्टरीज में ब्लॉकेज होने लगते हैं। ब्लॉकेज के कारण खून हार्ट तक नहीं पहुंच पाता है। इस कंडीशन में व्यक्ति को हार्ट अटैक आ जाता है। हार्ट अटैक का इलाज ब्लॉकेज को खोलकर किया जाता है। 

 कार्डियक अरेस्ट में काम करना कर देता है बंद

कार्डियक अरेस्ट की समस्या हार्ट अटैक से अलग होती है। ये एक तरह की इमरजेंसी कंडीशन है जो हार्ट में इलेक्ट्रिकल डिस्टरबेंस के कारण पैदा होती है। व्यक्ति की हार्ट बीट बढ़ जाती है और हार्ट काम करना बंद कर देता है। ऐसे में व्यक्ति को बचाना मुश्किल होता है। जब भी व्यक्ति को कार्डियक अरेस्ट आता है तो उसकी मौत कुछ ही समय बाद हो जाती है। 

जिन लोगों को अक्सर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है उन्हें स्ट्रोक का खतरा भी रहता है। स्ट्रोक की समस्या में हार्ट से खून दिमाग तक नहीं पहुंच पाता है। ऐसे में व्यक्ति का शरीर लकवाग्रस्त हो जाता है। इन जानलेवा कंडीशन से बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल बहुत जरूी है।

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