हेल्थ डेस्क: 'जब वी मेट' एक्ट्रेस दिव्या की बेटी के अचानक निधन ने सबको हैरत में डाल दिया है। जानकारी के मुताबिक दिव्या सेठ की बेटी मिहिका शाह (Mihika Shah Passed Away) का कम उम्र में निधन हो गया। निधन का कारण बुखार और सीजर्स यानी दौरा बताया जा रहा है। जानते हैं कि बुखार और दौरा कब मौत का कारण बन सकते हैं। 

दिमाग को डैमेज कर सकता है दौरा (Seizure)

सीजर्स या दौरा ब्रेन की एब्नॉर्मल इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी होता है। जब व्यक्ति को दौरा आता है तो उसका दिमाग कंट्रोल में नहीं रहता है और व्यक्ति होश खो देता है। व्यक्ति को पूरी जिंदगी में एक बार या फिर दिन में कई बार दौरा महसूस हो सकता है। 

1. जरनेलाइज वन सेट सीजर: इस सीजर में व्यक्ति के दिमाग के दोनों ओर इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी बिगड़ती है। अचानकर से शरीर हिलना, शरीर का काम करना बंद कर देना आदि लक्षण दिखते हैं। 
2. फोकल वनसेट सीजर: जब दिमाग की  इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी वन साइड शुरू होती है तो शरीर के आधे भाग में असर दिखता है।

कब जानलेवा हो जाता है सीजर या दौरा?

1.सीजर को ट्रिगर करने का काम तेज फीवर कर सकता है। यदि व्यक्ति तेज बुखार से पीड़ित है तो उसे दौरा आने की संभावना रहती है।

2. पहले से ही दौरा की समस्या है तो बुखार के समय लक्षण गंभीर हो सकते हैं। डायबिटीज के लेकर ब्रेन ट्यूमर तक के कारण दौरा की समस्या हो सकती है। 

3.स्टेटस एपिलेप्टिकस (Status epilepticus) को खतरनाक दौरा माना जाता है। ऐसा दौरा 5 मिनट से ज्यादा रहता है। ऐसे में व्यक्ति का ब्रेन डैमेज हो सकता है। इस कारण से मौत भी सकती है।  

कब मिलें डॉक्टर से?

अगर बच्चे या बड़े को तेज बुखार है तो बिना देरी किए डॉक्टर को दिखाना चाहिए। सीजर के लक्षण दिख रहे हैं तो उन्हें इग्नोर ना करें। अगर पहले से ही दौरे की समस्या है तो उसका ट्रीटमेंट समय पर कराएं ताकि स्थिति गंभीर न हो।

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