MahaShivratri 2024: महाशिवरात्रि का इंतजार भक्तों को बेसब्री से है। देश में शिवरात्रि बड़ी धूमधाम और उल्लास के साथ मनाई जाती है। इस दिन श्रद्धालुओं का उत्साह अपने चरम पर होता है। बाबा भोलेनाथ के भक्त पूजा अर्चना करने में कोई असर नहीं छोड़ते हैं। इस बार महाशिवरात्रि 8 मार्च को मनाई जाएगी। मान्यता है इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और बाबा भोले हर इच्छा पूरी करते हैं। इस दिन पूजा ही नहीं बल्कि उपवास भी रखा जाता है इसके अलावा श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर भी जाते हैं। वैसे तो देश भर में भगवान शिव के अनेकों मंदिर है यदि आप भी इस शिवरात्रि पर भोलेनाथ के दर्शन का प्लान बना रहे हैं तो हम आपके लिए कुछ फेमस मंदिर लेकर आए हैं।

 

बिजली महादेव मंदिर (Bijli Mahadev Mandir)

हिमाचल प्रदेश में मनाली से करीब 60 किलोमीटर और कुल्लू से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित बिजली महादेव मंदिर के दर्शन करने दूर-दूर से भक्त आते हैं। यह मंदिर रहस्यमई मंदिरों में से एक है। कहा जाता है हर12 साल बाद इस मंदिर पर आकाशीय बिजली गिरती है। जिससे शिवलिंग टूट कर बिखर जाता है और मंदिर के पुजारी फिर से उसे जोड़कर पूजा पाठ करने लगते हैं। कहा जाता है यहां पर जो भी भक्त सच्चे मन से दर्शन करने आता है और मन्नत मांगता है बाबा भोले उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।

 

कैलाश मंदिर (Kailasa Temple)

महाराष्ट्र की एलोरा की गुफाओं में स्थित कैलाश मंदिर भारत के चमत्कारी मंदिर होने के साथ ही रहस्यमय मंदिर के तौर पर भी जाना जाता है। यह भारत का एकमात्र ऐसा मंदिर है जिसे विशाल पत्थर से कटकर तैयार किया गया है। इसे बनाने की कहानी अभी तक रहस्यमय है क्योंकि सभी के मन में एक ही सवाल है बिना किसी टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग के इतना बड़ा विशाल और सुंदर मंदिर का निर्माण कैसे किया गया। यहां पर आना थोड़ा जोखिम भरा है हालांकि इसके बाद भी भक्त बाबा भोले के दर्शन करने यहां पहुंचते हैं और उनकी सभी मुरादे पूरी होती हैं यह पवित्र और फेमस मंदिर यूनेस्को विश्व धरोहर की लिस्ट में भी शामिल है।

 

 

निष्कलंक महादेव मंदिर (Nishkalank Mahadev Temple)

गुजरात के भावनगर में अरेबियन सी के तट पर स्थित निष्कलंक महादेव मंदिर रहस्यमई मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में पांच शिवलिंग स्थित है जिसे स्वयं भू कहा जाता है मान्यता है ये शिवलिंग खुद प्रकट हुए थे। जब भी अरेबियन सी में ज्वार आते हैं तो शिवलिंग का जलाभिषेक होता है। कहा तो यह भी जाता है यह वही स्थान है जहां पर महाभारत काल के दौरान पांडवों ने कई सालों तक तप किया था।

 

 

ऐरावतेश्वर मंदिर (Dharasuram Airavatesvara Temple)

तमिलनाडु स्थित ऐरावतेश्वर मंदिर महादेव के रहस्यमई मंदिरों में से एक है बताया जाता है इस मंदिर की सीढ़ियां बेहद खास है। दरअसल, मंदिर की सीढ़ियों  को लेकर मान्यता है कि जैसे ही इस पर कोई कदम रखता है तो इसे एक मधुर संगीत की ध्वनि निकलती है लेकिन यह ध्वनि कहां और किससे निकलती है इस बारे में आज तक कोई भी नहीं जान पाया है।  इसलिए शिवरात्रि के मौके पर लाखों की संख्या में भक्त दर्शन करने आते हैं। 
 

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