Sadhguru undergoes brain surgery: 20 मार्च को सद्गुरू जग्गीदेव वासुदेव को ब्रेन सर्जरी के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मीडियो रिपोर्ट की मानें तो उनके दिमाग में खून जम गया था। जिसके कारण सिरदर्द की समस्या शुरू हो गई थी। आध्यामिक गुरू की तबियत खराब होने पर उन्हें ब्रेन सर्जरी से गुजरना पड़ा। सद्गुरू के ब्रेन के एक हिस्से में खून जम रहा था और सूजन भी बढ़ रही थी। अगर ऐसी कंडीशन पर ध्यान न दिया जाए तो ये जानलेवा भी साबित हो सकती है। जानिए ब्रेन ब्लीडिंग के क्या कारण होते हैं। 

ब्रेन ब्लीडिंग के क्या होते हैं लक्षण

ब्रेन ब्लीडिंग को ब्रेन हेमोरेज के नाम से भी जाना जाता है। जब दिमाग की आर्टरी या वेंस असामान्य प्रेशर के कारण फट जाती हैं तो ब्रेन ब्लीडिंग शुरू हो जाती है। ब्लड वेसल्स में खराबी, ट्रॉमा या फिर वेंस में बढ़ता प्रेशर ब्रेन ब्लीडिंग का कारण बनता है। ब्रेन ब्लीडिंग होने पर निम्नलिखित लक्षण नज़र आते हैं। 

  • अचानक से कमजोरी महसूस होना
  • चेहरे, पैर या फिर हाथों का पैरालाइज हो जाना
  • वॉमिटिंग या उल्टी होना
  • चक्कर आना
  • शरीर में अचानक से एनर्जी महसूस न होना
  • साफ न दिखना
  • लाइट सेंसिटीविटी
  • सांस लेने में समस्या महसूस होना

ब्रेन ब्लीडिंग के हो सकते हैं ये कारण

दिमाग में अचानक से ब्लीडिंग होना सामान्य बात नहीं है। ये एक जानलेवा कंडीशन है। अगर दिमाग में पहले से कोई ब्लड क्लॉट है या फिर ब्लड वेसल्स फट जाती है तो खून बहने लगता है। ब्रेन ट्यूमर के पेशेंट्स में ब्रेन ब्लीडिंग होने का अधिक खतरा रहता है। 

अगर दिखें लक्षण तो तुरंत कराएं चेकअप

ब्रेन ब्लीडिंग की समस्या से बचने के लिए हाई ब्लड प्रेशर के पेशेंट्स को खास ध्यान देने की जरूरत है। समय पर बीपी की दवाओं का सेवन जरूर करें। साथ ही ब्रेन ब्लीडिंग के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं। समय पर इलाज न मिलने पर पेशेंट की मृत्यु भी हो सकती है। 

ये भी पढ़ें:Oral health day2024 :दांतों को हिलाकर रख देती हैं छोटी-छोटी गलतियां, इन आदतों से नहीं होगी कैविटी की...