IAS Officer Facilities:यूपीपीएससी सिविल सर्विस एक्जाम का रिजल्ट जारी हो चुका है। एक्जाम का रिजल्ट आने के बाद से ही लोगों के मन में इस परीक्षा और इससे जुड़ी सुविधाओं को जानने की इच्छा हो रही है। देश की सबसे कठिन परीक्षा आईएएस के एक्जाम (UPSE Civil Services Topper List 2024) में लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव ने टॉप किया है। एक IAS की सैलरी और उसे मिलने वाली सुविधाओं को लेकर अक्सर लोगों के मन में सवाल रहते हैं। आइए जानते हैं कि आईएएस ऑफिसर को सैलरी के साथ ही क्या सुविधाएं मिलती हैं। 

IAS ऑफिसर की सैलरी (IAS officer salary)

 सिविल सर्विल एक्जाम (Civil Service Exam)  में टॉप रैंक में आने वाले लोगों को IAS बनने का मौका मिलता है। जब से 7वां वेतन आयोग (7th Pay Commission) लगा है केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में इजाफा हुआ है। नए वेतनमान के अनुसार एक आईएएस ऑफिसर को 56100 रुपये महीने बेसिक सैलरी मिलती है। साथ ही कई भत्ते भी दिए जाते हैं। अगर सभी भत्तों यानी TA, DA और HRA को मिला दिया जाए तो एक IAS ऑफिसर को महीने में 1 लाख से ज्यादा सैलरी मिलती है। 

अगर एक आईएएस ऑफिसर कैबिनेट सचिव बन जाता है तो उसकी महीने की सैलरी 2.5 लाख हो जाती है। इस सैलरी के साथ भी अलग से भत्ते दिए जाते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक कैबिनेट सचिव के अगर सभी भत्तों को मिला दिया जाए तो उसे महीने की 6 लाख से अधिक की सैलरी मिलती है। कैबिनेट सचिव केंद्रीय मंत्रियों से दोगुनी अधिक सैलरी प्राप्त करता है।  

 IAS ऑफिसर को मिलने वाली सुविधाएं (IAS  officer facilities)

सैलरी के साथ ही एक आईएएस ऑफिसर को बहुत-सी सुविधाएं भी मिलती हैं। आईएएस ऑफिसर को मिलने वाली सुविधाएं उनके पे-बैंड के अनुसार अलग-अलग हो सकती हैं। आईएएस ऑफिसर को जिस स्थान में पोस्टिंग दी जाती है वहां रहने के लिए घर, सिक्योरिटी का इंतजाम, घर में खाना बनाने के लिए कुक, घर के अन्य कामों के लिए स्टाफ जैसे कि गार्डनर आदि दिए जाते हैं। साथ ही IAS ऑफिसर को आने-जाने के लिए वाहन की सुविधा ड्राइवर के साथ दी जाती है। यदि ऑफिसर को कहीं जाना होता है तो सरकार की तरफ से ट्रैवल अलाउंस की भी सुविधा रहती है। साथ ही आईएएस ऑफिसर को मुफ्त या सब्सिडी में बिजली और टेलीफोन सुविधाएं दी जाती हैं। 


यूपीएससी एक्जाम के बाद तय किया जाता है कैडर

अक्सर स्टूडेंट्स के मन में प्रश्न होता है कि अगर यूपीएससी का पेपर क्लीयर हो जाता है तो कैडर कैसे तय किया जाता है। यूपीएससी में कुल 24 सर्विसेज होती हैं। इन्हें दो कैटेगरी में बांटा जाता है। पहला होता है आईएएस और दूसरा आईपीएस। चयनित लोगों को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कैडर (upsc cadre list) दिया जाता है। 

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