Watermelon day 2024: 3 अगस्त को वाटरमेलन डे मनाया जाता है। हेल्थ बेनिफिट्स से भरा तरबूज गर्मियों में शरीर को राहत पहुंचाता है। इलेक्ट्रोलाइट्स और पानी से भरपूर तरबूज वैसे तो शरीर को फायदा ही पहुंचाता है लेकिन खाने का गलत तरीका नुकसान पहुंचा सकता है। जानिए कब तरबूज नहीं खाना चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

रात के समय भूल कर भी न खाएं तरबूत

पोटैशियम और लाइकोपीन युक्त वाटरमेलन में 92% तक पानी होता है। तरबूज का सेवन रात के समय नहीं करना चाहिए। रात में डाइजेशन धीमा हो जाता है। जब रात के समय तरबूज खाया जाता है तो यह ठीक तरीके से पच नहीं पता है। इस कारण से पेट में दर्द, होना, नींद ना आना जैसी समस्या हो सकती है। आयुर्वेद के अनुसार तरबूज का रात में सेवन करने से पेट संबंधी समस्या का सामना करना पड़ता है। 

शुगर पेशेंट न खाएं ज्यादा तरबूज

तरबूज की ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होती है। फले ही तरबूत में खूब सारे न्यूट्रीशन होते हो लेकिन अधिक GI फ्रूट शुगर पेशेंट्स के लिए अच्छा नहीं होता है। जिन शुगर पेशएंट्स का शुगर लेवल अनक्रंटोल्ड रहता है उन्हें भूलकर भी तरबूत नहीं खाना चाहिए। वाटरमेलन खाने से अचानक से शुगर लेवल बढ़ जाता है जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है। 

वॉटर इंकॉन्टिनेंस का हो सकते हैं शिकार

तरबूज को अगर अधिक मात्रा में खा लिया जाए तो वॉटर इंकॉन्टिनेंस की समस्या हो सकती है। जिन लोगों में ये समस्या पहले से रहती है उन्हें भी तरबूज का कम या बिल्कुल भी सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आपने अधिक मात्रा में तरबूत खा लिया तो पूरे शरीर में सूजन की समस्या हो सकता है। बच्चों को अक्सर तरबूत ज्यादा खा लेने की आदत होती है। आपको अपनी निगरानी में बच्चों को फल खाने के लिए देना चाहिए।

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