लाइफ़स्टाइल डेस्क।  विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गंभीर प्रकार के स्वाइन फ्लू के लिए अलर्ट जारी किया है। स्वाइन फ्लू एक प्रकार की संक्रामक बीमारी है जो सुअर से अन्य लोगों में फैलती है। स्पेन में सुअर की फॉर्म में काम करने वाला व्यक्ति इस बीमारी से संक्रमित हो गया था। इसके बाद लोगों को सावधान करने के लिए WHO ने चेतावनी जारी की है। WHO अधिकारियों को 29 जनवरी, 2024 को मामले के बारे में जानकारी दी गई थी। अब तक तीन लोग इस बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं। पहला मामला साल 2008 में, दूसरा जनवरी 2023 और तीसरा मामला 2024 में सामने आया है। इस बीमारी के लक्षण अन्य फ्लू इंफेक्शन जैसे ही होते है। जानिए क्या होती है ये बीमारी और इससे संबंधित लक्षण।

इन्फ्लूएंजा ए (H1N1) वायरस है बीमारी का कारण

जब शरीर में इन्फ्लूएंजा ए वायरस प्रवेश करता है तो सांस संबंधी बीमारी स्वाइन फ्लू (H1N1 flu) हो जाती है। ये वायरस सुअर में होता है। संक्रमित सूअरों के संपर्क में आने से आसानी से इंसान भी इस बीमारी की चपेट में आ जाता है। वैसे तो इस बीमारी के लक्षण फ्लू के जैसे ही होते हैं लेकिन कुछ लोगों को गंभीर समस्या भी हो सकती है। 

सामान्य से गंभीर हो सकते हैं लक्षण

यदि व्यक्ति को स्वाइन फ्लू (H1N1 flu) हुआ है तो बीमारी को तुरंत पहचान पाना मुश्किल है। स्वाइन फ्लू के लक्षण आमतौर पर होने वाले फ्लू जैसे ही होते हैं। स्वाइन फ्लू होने पर निम्न लक्षण दिखते हैं। 

  • हल्का बुखार आना
  • मांसपेशियों में दर्द
  • खांसी
  • गले में खराश
  • आंख में दर्द 
  • डायरिया
  • ठंड के साथ पसीना

उपरोक्त दिए गए लक्षणों के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। बीमारी की जांच के बाद लक्षणों को कम या पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है।

क्रॉनिक कंडीशन होने पर बढ़ सकती है समस्या

हार्ट डिसीज या फिर अस्थमा के पेशेंट यदि स्वाइन फ्लू से संक्रमित हो जाए तो उन्हें अधिक समस्या हो सकती है। निमोनिया, बैक्टीरिया इंफेक्शन, दौरे पड़ना या फिर कंफ्यूजन जैसी स्थिति का सामना भी करना पड़ सकता है। यदि पहले से कोई गंभीर बीमारी हो तो डॉक्टर से वैक्सीन के बारे में जानकारी जरूर लेनी चाहिए।

ये भी पढ़ें: सिप्लॉक्सिन का प्रयोग करने वाले हो जाएं सतर्क, जानें क्यों हुई बैन?

6 साल के मासूम की कार्डियक अरेस्ट से मौत, डॉक्टर ने बताया-किस वजह से हुई मौत, क्या है मायोकार्डाइटिस...