Zika virus vs Dengue Symptoms:मानसून के दौरान डेंगू और जीका वायरस जैसे मच्छर जनित रोगों का खतरा बढ़ जाता है। जानें, जीका वायरस और डेंगू में क्या अंतर है, इनके लक्षण क्या होते हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है। हाल ही में पुणे में जीका वायरस के 8 नए मामले सामने आए हैं, जो चिंता का विषय हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क। देश के ज्यादातर राज्यों में झमाझम बारिश का दौर जारी है। इसी बीच संक्रामक रोगों के साथ मच्छर से होने वाली बिमारियां भी बढ़ जाती हैं। जिनमें डेंगू, मलेरिया प्रमुख है। इन दिनों डेंगू के अलावा देश में जीका वायरस के मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है। बीते दिन पुणे अकेले 8 केस जीका वायरस के पाये गए जो चिंता बढ़ाने वाला है। ये बीमारी भी मच्छर काटने से होती है तो जानेंगे कि डेंगू और जीका वायरस में क्या अंतर है और इनकी पहचान कैसे कर सकते हैं।
कैसे फैलता है जीका वायरस
जीका वायरस एडीज मच्छरों के काटने से होता है। वहीं इसका सबसे ज्यादा खतरा प्रेगनेंट महिलाओं को होता है। अगर गर्भधारण के दौरान वह इससे संक्रमित होती है तो बच्चे को भी ये संक्रमण हो सकता है। इतना ही नहीं ये वायरस संभोग से फैल सकता है। वैसे तो इसके लक्षण बहुत कम ही दिखते है और बिल्कुल डेंगू से होते हैं। जिस वजह ये जल्दी पहचान में नहीं आता।
डेंगू और जीका वायरस में अंतर
वहीं डेंगू भी मच्छरों के काटने से होता है हालांकि ये एक से दूसरे को इफेक्ट नहीं करता है। डेंगू के मच्छर दिन में ज्यादा एक्टिव रहते हैं। डेंगू के लक्षण मरीज के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं। कई लोगों में बुखार,मतली,शरीर पर लालिमा,मांसपेशियों में दर्द होता है किसी की प्लेट्स काउंट कम हो जाती है। जिससे खतरा बढ़ जाता है। वहीं अंतर की बात करें तो डेंगू और जीका वायरस दोनों मच्छर से फैलने वाली संक्रामक बीमारी है। पर जीका वायरस डेंगू के मुकाबले ज्यादा खतरनाक माना जाता है। ये आमतौर पर महिलाओं और बच्चों में ज्यादा पाया जाता है।
डेंगू और जीका वायरस के लक्षण
बता दें, डेंगू और जीका वायरस के लक्षणों में फर्क करना काफी मुश्किल हैं,हालांकि नीचे बताए गए अगर कोई भी लक्षण शरीर में दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
- बार-बार बुखार आना
- लगातार सिरदर्द रहना
- शरीर में थकावट और दर्द
- लाल चकत्ते पड़ना
- आंखों से पानी आना
- उल्ती मतली और दस्त
डेंगू और जीका वायरस से कैसे करें बचाव
- डेंगू-जीका वायरस मच्छर से फैलते हैं। इसलिए सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल के साथ फुल स्लीव कपड़े पहनें।
- घर के आसपास सफाई और बिल्कुल भी पानी न पनपने दें।
- जीका वायरस से संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं।
- लक्षण गंभीर होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
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Last Updated Aug 8, 2024, 4:29 PM IST