नई दिल्ली: देश के नंबर 1 चिंग्स सीक्रेट (Ching’s Secret) चाइनीज फूड ब्रांड की शुरुआत साल 1996 में अजय गुप्ता ने की थी। भारतीय महिलाओं की एक खास आदत को पहचानकर बिजनेस को ऊंचाइयों तक पहुंचाया। गुप्ता की कंपनी कैपिटल फूड्स को हाल ही में टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (Tata Consumer Products Ltd) ने ₹5,100 करोड़ में खरीदा है। 

वुमेंस की ये हैबिट पहचानी 

दरअसल, अजय गुप्ता ने भारतीय महिलाओं की एक हैबिट पहचानी कि वे बाहर खाने के बजाय घर पर खाना बनाना पसंद करती हैं। उन्होंने इसी सोच को अपने बिजनेस का आधार बनाया और सॉस, मसाले, चटनी, अदरक-लहसुन का पेस्ट जैसे प्रोडक्ट्स लॉन्च किए, जो काफी पॉपुलर हुए। फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनके ब्रांड्स के नाम—चिंग्स सीक्रेट और स्मिथ एंड जोंस हैं।

1996 में रखी कैपिटल फूड्स क नींव

बतौर एडवाइजर अपने करियर की शुरूआत करने वाले अजय गुप्ता एक मार्केटिंग एजेंसी चलाते थे। शुरू से ही उनका खुद का बिजनेस चलाने का मन था। इधर, चाइनीज फूड्स की देश भर में डिमांड लगातार बढ़ रही है। इसमें उनको बिजनेस का अवसर दिखा तो उन्होंने एक नई कैटेगरी के बिजनेस में अपनी किस्मत आजमाने का फैसला लिया। 1996 में कैपिटल फूड्स (Capital Foods) की नींव रखी।

लॉन्च किए 4 प्रमुख सॉस

कैपिटल फूड्स ने 1996 में चार प्रमुख सॉस—सोया सॉस, रेड चिली सॉस, ग्रीन चिली सॉस और विनेगर लॉन्च किए। ये सभी सॉस चाइनीज फूड में यूज किए जाते है। इसके बाद हक्का नूडल्स (1998), टोमैटो कैचअप (2007), इंस्टेंट नूडल्स (2008) और शेजवान चटनी (2013) जैसे प्रोडक्ट्स लॉन्च किए। जिसने बाजार में धूम मचा दी। शेजवान चटनी तो आज भी कंपनी का सबसे पॉपुलर प्रोडक्ट है।

रोडसाइड फूड स्टॉल्स को फ्री में दिए प्रोडक्ट्स

अजय गुप्ता के लिए इन प्रोडक्ट की मार्केटिंग आसान नहीं थी। शुरूआती दिनों में डिस्ट्रीब्यूटर ने अजय गुप्ता के प्रोडक्ट्स लेने से मना कर दिया। तब गुप्ता ने रोडसाइड फूड स्टॉल्स को अपने प्रोडक्ट्स मुफ्त में देना शुरू किया। यह ट्रिक काम कर गई, और धीरे-धीरे उनके प्रोडक्ट्स की डिमांड बढ़ने लगी तो उन्होंने नासिक में फैक्ट्री लगाई और सोशल मीडिया पर “चिंग्स चाइनीज” को प्रमोट करना शुरू किया। साथ ही, बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह को ब्रांड एम्बेसडर बनाया, जिससे ब्रांड की पॉपुलरिटी तेजी से बढ़ी।

2004 में बिग बाजार के साथ टाई-अप 

2004 में, गुप्ता ने बिग बाजार के साथ टाई-अप किया। 2006 में किशोर बियाणी ने कंपनी में 13 करोड़ रुपये का निवेश किया। बाद में, 180 करोड़ रुपये में यह हिस्सेदारी बेच दी। 2014 में कंपनी का टर्नओवर 350 करोड़ रुपये हो गया। अमेरिकी इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक ने भी चिंग्स चाइनीज में इंटरेस्ट दिखाया। 1,500 करोड़ के वैल्यूएशन पर 27% हिस्सेदारी ली। 2023 तक, चिंग्स सीक्रेट 1,000 करोड़ रुपये की कंपनी बन गई, और इसकी प्रोडक्ट रेंज देशभर में 5 लाख दुकानों तक पहुंच गई। इसके बाद, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने इसे ₹5,100 करोड़ में खरीदा।

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