पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) एग्जाम के नतीजों में महिला अभ्यर्थियों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। टॉप 10 में 6 महिलाओं ने अपनी जगह बनाई, उनमें पटना की अंजलि जोशी ने चौथा स्थान हासिल किया है। खास बात यह रही कि अंजलि ने पहले ही प्रयास में इस कठिन परीक्षा को पास कर लिया। आइए जानते हैं उनकी सक्सेस स्टोरी कि कैसे उन्होंने प्राइवेट जॉब के साथ BPSC की तैयारी की?

अंजलि जोशी एजूकेशन

अंजलि जोशी का जन्म बिहार की राजधानी पटना के अनिसाबाद इलाके में हुआ। उनके पिता विजय कुमार प्रसाद, असिस्टेंट डायरेक्टर हैं, जो प्लानिंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट में कार्यरत हैं। पैरेंट्स की इच्छा थी कि उनकी बेटी प्रशासनिक सेवा में जाए। अंजलि ने अपने पैरेंट्स के सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की। 2013 में बोर्ड एग्जाम पास किया। 2019 में इंजीनियरिंग की डिग्री ली। कैंपस सिलेक्शन के जरिए एक निजी कंपनी में नौकरी मिली। इंजीनियरिंग के बाद जब वे नौकरी कर रही थीं, तभी उन्होंने BPSC की तैयारी करने का मन बना लिया।

कैसे की प्राइवेट नौकरी के साथ BPSC प्रिपरेशन?

नौकरी के साथ किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करना आसान नहीं होता, लेकिन अंजलि ने इसे संभव कर दिखाया। डेली 6-8 घंटे पढ़ाई का रूटीन बनाया। अंजलि ने किसी भी कोचिंग का सहारा नहीं लिया, बल्कि खुद से पढ़ाई की। डेली आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस की, जिससे स्किल्स मजबूत हुई। जियोग्राफी को ऑप्शनल विषय के रूप में चुना था। NCERT की किताबें, बिहार सरकार की रिपोर्ट्स और करंट अफेयर्स पर फोकस किया। हर टॉपिक की रिवीजन और नोट्स बनाकर तैयारी की।

अं​जलि बोलीं-टॉप 5 में आने की उम्मीद नहीं थी

अंजलि ने कहा कि उन्हें टॉप 5 में आने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन उनके दोस्तों को पूरा विश्वास था। उन्होंने बताया कि हर रोज 6-8 घंटे की पढ़ाई से ही यह संभव हो पाया। अब उनका अगला लक्ष्य संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा पास करना है। इसके लिए वे लगातार मेहनत कर रही हैं। वह कहती हैं कि हमारी सोसाइटी में सबसे बड़ी चुनौती लिटरेसी है। वह इसके लिए काम करेंगी और कोशिश करेंगी अधिक से अधिक लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचे।

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