Success Story: सना खान ने एजूकेशन और हार्ड वर्क के दम पर जो कर दिखाया, वह हर युवा के लिए इंस्पिरेशनल है। बायोटेक्नोलॉजी में बीटेक की डिग्री हासिल करने के बाद, सना ने जब वर्मी कम्पोस्ट बनाने का काम शुरू किया, तो शायद ही किसी ने सोचा होगा कि यह काम उन्हें करोड़ों का मालिक बना देगा।

2014 में करियर की शुरुआत

सना खान ने साल 2014 में अपने करियर की शुरुआत 30 वर्मी कम्पोस्ट बेड से की थी। पढ़ाई के दौरान ही वह इस काम से परिचित हो गई थीं, क्योंकि वर्मी कम्पोस्ट उनका प्रोजेक्ट वर्क था। उन्होंने पढ़ाई के बाद इस काम को बिजनेस में बदलने का फैसला किया। सना ने "एसजे ऑर्गेनिक" नाम से अपनी कंपनी शुरू की, जो आज पूरे देश में जैविक खाद सप्लाई करती है। 100 से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर दिए हैं। अब उनकी कंपनी का 250 वर्मी कम्पोस्ट बेड्स के साथ सालाना करोड़ों का टर्नओवर है।

लोगों के ताने नजरअंदाज कर बढ़ीं आगे

शुरुआती दिनों में लोगों ने सना खान का खूब मजाक उड़ाया। लोग ​​कहते थे, "अगर गोबर उठाना था, तो बीटेक क्यों किया?" लेकिन सना लोगों की बातों को नजरअंदाज कर अपने काम में लगी रहीं। उनका पूरा फोकस अपने काम पर था। परिवार का भी पूरा सपोर्ट था। उनके पति, सैयद अकरम रजा, कंपनी की मार्केटिंग संभालते हैं और हर कदम पर उनका साथ देते हैं। 

देश भर में खाद की सप्लाई

मेरठ के राली चौहान गांव से शुरू हुई उनकी कंपनी आज 12 राज्यों में वर्मी कंपोस्ट से जुड़े बेड तैयार करने का काम कर रही है। सना ने सरकारी मानकों के अनुसार एक लैब भी बनाई है, जहां खाद की क्वालिटी की जांच होती है। उसके बाद फर्टिलाइजर की सप्लाई पूरे देश में होती है। सना अपनी कंपनी का और विस्तार भी करना चाहती हैं। उनका मकसद न केवल जैविक खेती को बढ़ावा देना है, बल्कि और अधिक लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराना है।

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