नयी दिल्ली। भारत की दिग्गज कारोबारी सुधा मूर्ति अपने धर्मार्थ कार्यों के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी बहन जया मूर्ति के पति गुरुराज देशपांडे भी सामाजिक कार्यों में आगे रहते हैं। 208 करोड़ रुपये का दान देने वाले देशपांडे अपनी बिजनेस स्किल और दूरदर्शिता के लिए जाने जाते हैं। प्रमुख रूप से एजूकेशन इंस्टीट्यूट को दान के रूप में धनराशि देने वाले गुरुराज ने देशपांडे सेंटर फॉर टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन लॉन्च किया है। पिछले कुछ दशकों की उनकी व्यावसायिक यात्रा पर नजर डाली जाए तो उन्होंने कई कंपनियां शुरू की और बेची भी। 

गुरुराज देशपांडे का बिजनेस?

गुरुराज देशपांडे ने साल 1993 में अपनी पहली कंपनी कोरल नेटवर्क्स को 15 मिलियन डॉलर में बेचा था। साल 1997 में 3.7 बिलियन डॉलर में कैस्केड कम्युनिकेशंस स्थापित की थी। उसे भी बेच दिया। मौजूदा समय में वह A123Systems, Sycamore Networks, तेजस नेटवर्क (Tejas Networks), HiveFire, सैंडस्टोन कैपिटल (Sandstone Capital) और Sparta Group के अध्यक्ष के अध्यक्ष हैं। एयरवाना में बोर्ड मेंबर के तौर पर भी कार्यरत हैं।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा के भरोसमंद 

गुरुराज देशपांडे को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का भरोसेमंद माना जाता है। उन्हें जुलाई 2010 में इनोवेशन और इंटरप्रेन्योरशिप की नेशनल एडवाइजरी काउंसिल का सह-अध्यक्ष बनाकर अपना विश्वास जताया था। इसकी स्थापना यूएस प्रेसीडेंट की इनोवेशन स्ट्रेटजी को सपोर्ट करने के लिए किया गया था। उनकी संस्था देशपांडे फाउंडेशन ने देश में पिछले 5 वर्ष में किसानों की मदद के लिए 5000 से ज्यादा तालाब बनाए।

मैसाचुसेट्स में Sycamore Networks कंपनी

भारतीय-अमेरिकी बिज़नेसमैन गुरुराज देशपांडे की Sycamore Networks के नाम से अमेरिका के मैसाचुसेट्स में कंपनी है। यह कंपनी इंटरनेट से जुड़े इक्यूपमेंट का निर्माण करती है। दुनिया के प्रतिष्ठित टेक इंस्टीटूट MIT (Massachusetts Institute of Technology) में एक प्रोग्राम भी चलाते हैं। जिसका नाम देशपांडे सेंटर फॉर टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन है।

कनाडा से पीएचडी कर कोडेक्स में जॉब

कर्नाटक के हुबली में जन्मे गुरुराज देशपांडे के पिता भारत सरकार में लेबर कमिश्नर के पद पर कार्यरत थे। IIT मद्रास से ग्रेजुएशन किया और मास्टर्स की डिग्री के लिए कनाडा का रूख किया और वहीं से पीएचडी भी की। साल 1980 के दशक में मोटोरोला कंपनी का हिस्सा रही कोडेक्स कॉरपोरेशन में जॉब करने लगे। फिर राउटर बनाने वाली कंपनी कोरल नेटवर्क की नींव रखी। साल 1998 तक MIT रिसर्चर के साथ मिलकर Sycamore Networks शुरु कर दिया और साल भर के अंदर ही दुनिया की नजर में आ गए। फोर्ब्स मैगजीन ने उन्हें 400 सबसे अमीर अमेरिकी लोगों की लिस्ट में स्थान दिया। 

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