गोरखपुर। दौड़ती भागती रफ़्तार भरी ज़िंदगी में हर व्यक्ति मशीन की तरह काम कर रहा।  खुद को वक़्त देने के लिए वक़्त नहीं है, नतीजा ये निकलता है की 40 की उम्र  तक पहुंचते पहुंचते शरीर में बीमारियां और मोटापा घर बना लेता है।  ऐसे ही लोगों के लिए प्राची त्रिपाठी एक एग्जाम्पल हैं जिन्होंने वर्क लाइफ और परसनल लाइफ में न सिर्फ बैलेंस बनाया बल्कि जिस परेशानी की वजह से उनका मज़ाक बना वो उनका प्रोफेशन बन गया।  माय नेशन हिंदी से प्राची ने अपनी जर्नी शेयर की। 

कौन हैं प्राची त्रिपाठी 

प्राची गोरखपुर की रहने वाली हैं। गोरखपुर कार्मेल गर्ल्स इंटर कॉलेज से प्राची ने इंटरमीडिएट किया है। प्राची ने एम कॉम करने के बाद सिंगापुर  से ह्यूमन रिसोर्स का सर्टिफिकेट हासिल किया है। वहीं दुबई से उन्होंने न्यूट्रिशन में ए लेवल का सर्टिफिकेट हासिल किया। साल 2005 में जब प्राची एम कॉम कर रही थीं तभी उनकी शादी हो गयी और वो हस्बेंड राहुल के साथ 6 साल के लिए सिंगापुर में सेटल हो गयीं और सिंगापुर में रहने के दौरन उन्होंने ह्यूमन रिसोर्स की पढाई कम्प्लीट किया और ग्लोबल इंडियन इंटरनेशनल स्कूल में जॉब किया । सिंगापुर से लौट कर प्राची जब दिल्ली आईं तो मोदी ग्रुप में डिप्टी ऑपरेशन मैनेजर की नौकरी ज्वाइन कर लिया। इसके बाद प्राची दुबई गयीं और वहां एमिटी दुबई चिल्ड्रन डिपार्टमेंट में नौकरी करना शुरू किया साथ में प्राची ने न्यूट्रिशन कोर्स किया और लेवल वन की डिग्री हासिल किया ।

 

 

जब मोटापे की वजह से प्राची की हुई इंसल्ट 

जॉब के दौरान प्राची के वेट को लेकर उनका मज़ाक बनाया गया।  प्राची कहती हैं कभी किसी ने मेरे मुंह पर नहीं कुछ कहा लेकिन लोगों का बिहेवियर बताता था की वो मेरे साथ कम्फर्टेबल नहीं है।  ये बात प्राची को दिल पर लग गई और उन्होंने 3 महीने में अपना वज़न   98 किलो से घटा कर 68 किलो कर लिया। फिटनेस को प्राची ने अपनी लाइफ स्टाइल का हिस्सा बना लिया। 

 

प्राची कैसे बनी डाइटीशियन 

प्राची कहती हैं दुबई में रहने के दौरान वो फिटनेस को लेकर डाइट पर काम कर रही थीं।  उनकी फिटनेस से इंस्पायर हो कर धीरे धीरे लोग उनके टच में आने लगे। अपनी एक क्लाइंट अमिता माहेश्वरी का ज़िक्र करते हुए प्राची बताती हैं की अमिता का वेट कम नहीं हो रहा था लेकिन प्राची के डाइट चार्ट से अमिता का वेट लॉस हुआ और यहीं से उनका करियर बतौर डाइटीशियन  स्टार्ट हुआ।  

 

दुबई छोड़ कर लौटना पड़ा भारत 

प्राची के फादर इन लॉ को फालिज का अटैक पड़ा तो उन्हें दुबई छोड़ना पड़ा और वो इंडिया आकर सेटल हो गईं और बचपन प्ले स्कूल में जॉब करने लगीं। इसी बीच कोविड ने भारत में पैर पसार लिया। प्राची कहती है  कोविड के दौरान जब स्कूल कालेज बंद हुए तो उन्होंने डॉक्टर यशा मिश्रा जो की पडरौना की बहुत अच्छी डॉक्टर मानी जाती हैं उन्हें कॉल कर के बताया की मैं ए लेवल सर्टिफ़िएड न्यूट्रिशनिस्ट हूं और मुझे आपकी हेल्प की ज़रूरत है।  प्राची ने डॉक्टर यशा मिश्रा का वज़न 8 किलो कम करा दिया और डॉक्टर यशा के थ्रू उन्हें और भी क्लाइंट मिल गए। धीरे धीरे धीरे प्राची के क्लाइंट देश के अलग अलग राज्यों के साथ अमेरिका ,जर्मनी , दुबई समेत पूरी दुनिया में  हो गए। आज प्राची जानी मानी डाइटीशियन और फिटनेस कोच बन चुकी हैं जो न्यूट्रिशन के ज़रिये लोगों को न सिर्फ हेल्दी लाइफ दे रही हैं बल्कि मोटापे से होने वाली तमाम बिमारियों के प्रति लोगों को अवेयर करती हैं। साथ ही अपने पति, बच्चों और सास ससुर का पूरा ध्यान देते हुए वर्क लाइफ और प्रोफेशनल लाइफ में बैलेंस बनाए हुए हैं। 

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