रायबरेली.सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत वायरल हो रहा है जिसमें एक टीचर प्राथमिक स्कूल के बच्चों को डांस सिखा रहा है। यूजर इस वीडियो को बहुत पसंद कर रहे हैं। ऐसे में माय मिशन हिंदी की टीम ने इस टीचर के बारे में पता किया तो पता चला की बच्चों को डांस सिखाने वाले टीचर का नाम है कौशलेश मिश्रा, कौशलेश से हुई बातचीत के कुछ अंश-

कौन है डांस सिखाने वाले कौशलेश मिश्रा
कौशलेश रायबरेली के ऊंचाहार में  रहते हैं, घर में उनकी मां है जो की हाउसवाइफ है। उनके पिता का देहांत हो चुका है। कौशलेश के भाई इंदौर में नौकरी करते हैं ।जबकि कौशलेश ने बीकॉम बीपीएड और 2018 में बीटीसी किया है । 2020 में उनकी नियुक्ति ऊंचाहार के मुरार मऊ प्राथमिक विद्यालय में हो गई और तब से वह यहां पर नौकरी कर रहे हैं।

 

वीडियो वायरल हुआ तो कौशलेश के पास फोन आने लगे
वीडियो वायरल होने के बारे में कौशलेश कहते हैं बहुत सारे लोगों के फोन आ रहे हैं कि मेरा वीडियो वायरल हो गया। हालांकि मैं जब से यहां पर बच्चों को पढ़ रहा हूं तब से उन्हें डांस की शिक्षा भी देता हूं ।पता नहीं किसने यह वीडियो वायरल कर दिया। कौशलेश बताते हैं कि उनके स्कूल में तीन लोग है एक हेड मास्टर एक टीचर और एक असिस्टेंट टीचर ।कौशलेश यहां पर टीचर है ।बच्चों को सारे सब्जेक्ट पढ़ाते हैं । साथ ही बच्चों को डांस भी सिखाते हैं इसके अलावा एरोबिक्स और क्राफ्ट भी सिखाते हैं। कौशलेश कहते हैं डांस की क्लास को बच्चे बहुत एंजॉय करते हैं क्योंकि आमतौर पर प्राथमिक विद्यालय में डांस की कोई क्लास नहीं होती है, लेकिन हम बच्चों की पर्सनालिटी को इंप्रूव करने के लिए उनके कॉन्फिडेंस लेवल को बढ़ाने के लिए डांस की भी शिक्षा देते हैं। 

बच्चे स्कूल का नागा नहीं करते
कौशलेश कहते हैं आमतौर पर आपने सुना होगा कि प्राथमिक विद्यालय में बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं या स्कूल के समान बहुत चोरी होते हैं लेकिन हमारा स्कूल बहुत ही अलग है। हम बच्चों को इस तरह से  पढ़ाते हैं कि बच्चे खुद स्कूल आना चाहते हैं।  स्कूल की एक-एक चीज की वह खुद हिफाजत करते हैं आज तक हमारे स्कूल से एक नल चोरी नहीं हुआ। समय-समय पर बच्चों को एनवायरनमेंट के प्रति जागरूक करने के लिए पौधारोपण भी करवाता हूं।


प्रेक्टिकल करके बच्चों को पढ़ाते हैं
कौशलेश कहते हैं हम बच्चों को क्लास तक महदूद नहीं रखते बल्कि उनको इस तरह पढ़ते हैं कि उन्हें पढ़ाई में दिलचस्पी पैदा हो जैसे हम उन्हें ब्लैकबोर्ड पर स्क्वायर रेक्टेंगल या सर्कल बनाकर उसके बारे में नहीं बताते बल्कि क्यूब, बॉल और क्राफ्ट के जरिए हर चीज सिखाते हैं। यही वजह है कि हमारे स्कूल में बच्चों की अटेंडेंस भी शानदार होती है। 

 

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