BPSC Result: पलामू की रिया वर्मा ने 69वीं BPSC परीक्षा में 107वीं रैंक और OBC में 22वीं रैंक हासिल की। जानिए उनकी स्ट्रेटजी और सफलता की कहानी।
BPSC Result: पलामू, झारखंड की रिया वर्मा ने 69th बीपीएससी एग्जाम में 107वीं रैंक हासिल की है और ओबीसी कैटेगरी में 22वीं रैंक। रिया ने इस सफलता को अपने बड़े सपनों की शुरुआत बताया है। उनके अनुसार, यह सफर सिर्फ एक पड़ाव है और उनका अगला लक्ष्य यूपीएससी परीक्षा में सफलता पाना है। तानों और संघर्षों को झेलकर उन्होंने यह सफलता हासिल की है। आइए जानते हैं उनकी सक्सेस स्टोरी।
सेल्फ स्टडी से मिली सफलता
रिया ने अपनी पढ़ाई की सफलता का श्रेय सेल्फ स्टडी को दिया है। उनके मुताबिक, इसमें किसी तरह का बंधन नहीं होता। समय का यूज अपनी सुविधा के अनुसार किया जा सकता है। आत्मनिर्भरता और अनुशासन बढ़ता है। उन्होंने मॉक टेस्ट दिए और प्रिपरेशन में सोशल मीडिया का भी सहारा लिया। समय-समय पर प्रैक्टिस टेस्ट देती रहीं और खुद का मूल्यांकन भी किया। पहले प्रयास में असफलता का सामना करने के बावजूद, रिया ने हार नहीं मानी और अपनी कमियों को पहचानकर सुधार किया।
तैयारी के लिए अपनाई ये स्ट्रेटजी
रिया ने सही समय पर सही पढ़ाई की। उनकी स्ट्रेटजी बेहद साधारण थी। डेली 5-6 घंटे पढ़ाई के साथ समय का प्रोडक्टिव तरीके से यूज किया। रेगुलरली पढ़ाई करती रहीं। लाइब्रेरी के शांत और अनुशासित माहौल में भी समय गुजारा। प्री परीक्षा के लिए एनसीईआरटी किताबें पढ़ीं। लक्ष्मीकांत की किताब को रिवीजन का हिस्सा बनाया। मेंस के लिए अधिक से अधिक मॉक टेस्ट दिए। अलग-अलग संस्थानों से मॉक इंटरव्यू का अभ्यास किया।
परिवार का सपोर्ट
रिया के अनुसार, उनकी सफलता में परिवार का बड़ा योगदान रहा। भाई अमित कुमार बंटी ने आर्थिक और मानसिक रूप से सपोर्ट किया। कठिन समय में भी हमेशा मोटिवेट किया। परिवार ने हर संभव तरीके से उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने बताया कि उनका सपना था कि परिवार से पहली बार कोई प्रशासनिक सेवा में जाए और अब वह इसे सच कर पाई हैं।
तानें भी झेलें
रिया के लिए सफलता की राह आसान नहीं थी। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी को लेकर कई बार लोगों की आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा। लोग उनकी मेहनत पर विश्वास नहीं करते थे। रिया के मुताबिक, बीपीएससी में सक्सेस के बाद भी लोगों को भरोसा नहीं हो रहा होगा कि उन्होंने यह एग्जाम क्रैक किया है। पर उन्होंने लोगों की बातों को दरकिनार करके अपने लक्ष्य पर फोकस किया।
2019 में ज्वाइन नहीं की सरकारी नौकरी
रिया के अनुसार, उन्होंने 2019 में असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट ऑफ जेल के पद पर चयन होने के बाद भी ज्वाइन नहीं किया। इसकी वजह नौकरी में मनचाही भूमिका का न मिलना था।वह सार्जेंट के पद पर जॉब करना चाहती थीं। हालांकि, एज फैक्टर के कारण यह संभव नहीं हो पाया। वर्तमान में उन्हें वित्त प्रशासनिक विभाग में पोस्टिंग मिली है और वह इससे बेहद खुश हैं। उनका सफर यहीं नहीं रूका है, बल्कि आगे वह यूपीएससी की तैयारी भी करती रहेंगी।
ये भी पढें-लोग हंसे-जंगली तक कहा...इन्होंने रच दिया इतिहास , अब सालाना 25 लाख की कमाई
Last Updated Nov 29, 2024, 8:58 AM IST