शिव रतन अग्रवाल, बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल के फाउंडर, ने आठवीं कक्षा में पढ़ाई छोड़ी और आज 19,621 करोड़ रुपये की कंपनी के मालिक हैं। जानें उनकी सफलता की कहानी।
नई दिल्ली। आठवीं कक्षा में ही छोड़ दी थी पढ़ाई। आज 19621 करोड़ रुपये की कंपनी के मालिक हैं। हम बात कर रहे हैं बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल के फाउंडर शिव रतन अग्रवाल की। उन्होंने अपनी कम्पनी को इंडियन फूड इंडस्ट्री का एक बड़ा नाम बनाया। आइए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी।
नमकीन उद्योग से जुड़ा था परिवार
राजस्थान के बीकानेर में जन्मे शिवरतन अग्रवाल का परिवार पहले से ही नमकीन उद्योग से जुड़ा हुआ था। उनके दादा गंगा बिशन अग्रवाल ने हल्दीराम ब्रांड की स्थापना की थी, जो भारतीय नमकीन और मिठाई बाजार का बड़ा नाम है। लेकिन, शिव रतन अग्रवाल ने अपनी अलग पहचान बनाने की ठानी। उन्होंने 1986 में अपने और अपने बेटे के नाम पर शिवदीप प्रोडक्ट्स की शुरुआत की। 1993 में, अपने बिजनेस का नाम बदलकर बीकाजी रखा, जो बीकानेर के फाउंडर राजा बीका राव से इंस्पायर था।
बीकाजी फूड्स को कैसे मिली पहचान?
बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल की स्थापना के पीछे शिव रतन की सोच थी कि पारंपरिक नमकीन और मिठाई को आधुनिक तकनीक और पैकेजिंग के साथ पेश किया जाए। उनकी कंपनी ने भुजिया, नमकीन, पैकेज्ड मिठाई, पापड़ और अन्य पारंपरिक फूड आइटम्स को ग्लोबल मार्केट तक पहुंचाया। बीकाजी फूड्स की सफलता का बड़ा श्रेय इसकी मार्केटिंग स्ट्रेटजी को जाता है। अमिताभ बच्चन जैसे बड़े ब्रांड एम्बेसडर ने बीकाजी को भारतीय कस्टमर्स के बीच और अधिक पाॅपुलर बना दिया।
आसान नहीं था सफर
शिव रतन अग्रवाल का सफर आसान नहीं था। उन्होंने छोटे स्तर पर शुरुआत की और अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी और पैकेजिंग पर विशेष ध्यान दिया। शुरुआती दिनों में बाजार में प्रतिस्पर्धा थी, खासकर हल्दीराम जैसे बड़े ब्रांड से। उन्होंने अपने इनोवेशन से ट्रेडिशनल टेस्ट को नए अंदाज में पेश किया। कंपनी ने न केवल भारत में बल्कि इंटरनेशनल मार्केट में भी अपनी पहचान बनाई और बीकाजी फूड्स ने समय के साथ बड़े मुकाम हासिल किए।
अब कई कंपनियों के मालिक
बीकाजी फूड्स ने शेयर बाजार में शानदार शुरुआत की। इसके शेयर अपने आईपीओ मूल्य से 8 फीसदी प्रीमियम पर लिस्टेड हुए। आज बीकाजी फूड्स के उत्पाद भारत के साथ-साथ अमेरिका, कनाडा, यूरोप, और मध्य-पूर्व के बाजारों में भी उपलब्ध हैं। शिव रतन अग्रवाल ने केवल बीकाजी फूड्स तक ही अपने व्यवसाय को सीमित नहीं रखा। वह बसंत विहार होटल्स प्राइवेट लिमिटेड, मस्तकिन फूड्स प्राइवेट लिमिटेड, और बीचवाल इको-फ्रेंडली फाउंडेशन जैसे उद्यमों के निदेशक भी हैं। वर्तमान में बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल का मार्केट कैप 19,621 करोड़ रूपये है।
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Last Updated Dec 20, 2024, 12:31 PM IST