दिल्ली।  अभिषेक भारद्वाज के डैडी आज भी उनसे बात नहीं करते हैं। वजह है 10 साल कॉर्पोरेट में नौकरी करके अभिषेक ने जमी जमाई नौकरी  छोड़ दिया और चाय का बिजनेस शुरू कर दिया। जब भी पिता की खैरियत जाननी होती है तो मां को फोन करके पूछ लेते हैं। डेढ़ साल पहले बिजनेस शुरू किया था तो पहले दिन की कमाई ₹75 थी।  आज महीने के ₹100000 कमा रहे हैं अभिषेक। माय नेशन हिंदी से बात करते हुए अभिषेक ने अपनी जर्नी शेयर की।

आरा के रहने वाले हैं अभिषेक

अभिषेक बिहार के आरा  के रहने वाले हैं उनकी स्कूलिंग से लेकर हायर स्टडीज आरा में हुई । उनके पिता त्रिलोकी नाथ उपाध्याय लॉयर हैं।  परिवार में उनकी मां और उनसे छोटी तीन बहने हैं। अभिषेक ने आरा की वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी से MSC किया और उसके बाद 2 साल मैक्स लाइफ इंश्योरेंस में काम किया और फिर 8 साल कोटक महिंद्रा में काम किया। 

 

75000 की नौकरी छोड़  दी अभिषेक ने

अभिषेक की लास्ट ड्रॉन सैलरी 75000 थी। उन्होंने नौकरी छोड़ने का जब फैसला किया तो घर में उनके डैडी नाराज हो गए। अभिषेक कहते हैं मेरे घर में पिछली तीन जेनरेशन नौकरी करती चली आई है।  पापा, दादा, नाना, मामा ,मामी, सब लोग जॉब में थे।  ऐसे में जमी जमाई जॉब छोड़कर एक नए बिजनेस में करियर तलाशना डैडी को इनसिक्योर लगा। दूसरी तरफ अभिषेक पैन इंडिया टॉपर थे। लेकिन उनका अप्रेजल नहीं लगा। उन्होंने अपने बॉस से कहा अप्रेजल मैं  डिजर्व करता हूं या तो अप्रेजल लगा दीजिए या मैं जॉब छोड़ दूंगा। जब अप्रेजल नहीं लगा तो अभिषेक ने 2022 में जॉब छोड़ दिया।

बुलेट बन  गई प्रोफेशनल पार्टनर

अभिषेक कहते हैं मैंने इन्सेंटिव  से बुलेट खरीदी थी। बुलेट मुझे पसंद काफी थी लेकिन यह नहीं पता था कि यह बुलेट मेरी बिजनेस पार्टनर बन जाएगी। मार्केट में कंपटीशन बहुत था इसलिए अभिषेक ने बहुत सोच समझकर यह तय किया कि वह चाय का बिजनेस करेंगे। उन्होंने दिल्ली गुड़गांव हाईवे पर चाय बेचना शुरू किया। पहले दिन उनकी 7 कप चाय बिकी जिससे उनको 75 रुपये की आमदनी हुई।  6 महीने तक अभिषेक बुलेट पर चाय बेचते रहे और बुलेट चाय वाला के नाम से मशहूर हो गए।

 

आज 1 दिन में बिक जाती है ढाई सौ कप चाय

अभिषेक की एक चाय ₹10 की होती है। आमदनी बढ़ने लगी तो अभिषेक ने धीरे-धीरे पैसा इकट्ठा करके एक चाय का स्टाल खोल लिया। उनकी चाय की क्वालिटी सबको पसंद आती है यही वजह है कि उनका कारोबार बढ़ता जा रहा है आज अभिषेक महीने में आराम से ₹100000 कमा लेते हैं। उनका इरादा है कि वह देश के अन्य राज्यों में अपनी चाय का आउटलेट ओपन करें। अभिषेक कहते हैं मैं नौकरी बेशक कर रहा था पैसा भी आ रहा था लेकिन कहीं ना कहीं एक आत्म संतुष्टि की कमी थी। मुझे अपना नाम बनाना था। आज लोग मुझे पहचानते हैं मेरे काम से । मर भी गया तो बुलेट चाय वाला तो जिंदा ही रहेगा, यह मेरे ब्रांड की यूएसपी है।

पहली कमाई भगवान के चरणों में दे दी

अभिषेक कहते हैं मैं माता रानी का भक्त हूं । उनकी पूजा करता हूं इसलिए जब मुझे मेरे बिजनेस से पहले कमाई ₹75 के रूप में हासिल हुई तो मैंने वह माता रानी के चरणों में अर्पित कर दिया। दिल्ली के उत्तम नगर में जनक सिनेमा के पास अभिषेक की चाय की स्टाल है। महीने का ₹10000 उनके घर का किराया जाता है जिसे वो आसानी से बियर कर लेते हैं, आज लोग उनके साथ सेल्फी लेते हैं। फोटो खिंचवाते हैं मलाल सिर्फ एक बात का है कि आज भी डैडी उनसे नाराज हैं। 

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