IIT Success Story: देश में हर साल लाखो स्टूडेंट्स सबसे कठिन इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा Joint Entrance Exam (JEE) में शामिल होते हैं। कड़ी मेहनत कर एग्जाम में सफल होते हैं। ऐसे ही कैंडिडेट्स के बीच बिहार के पटना के सत्यम कुमार भी एग्जाम में शामिल हुए थे और महज 13 साल की उम्र में IIT-JEE क्रैक कर इतिहास रच दिया। उनके पिता किसान हैं। IIT कानपुर से बीटेक और एमटेक किया। महज 24 साल की उम्र में साल 2023 में टेक्सास यूनिवर्सिटी से पीएचडी की। अभी यूटी ऑस्टिन में ब्रेन-मशीन इंटरफेस पर शोध कर रहे हैं। सत्यम का जन्म बिहार के भोजपुर जिले में हुआ था। वहीं पले-बढ़ें।

लगातार दो बार Joint Entrance Exam में सफल हुए सत्यम

बिहार के सत्यम कुमार ने सिर्फ 12 साल की उम्र में ही इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की प्रिपरेशन शुरु कर दी थी। उनकी मेहनत रंग लाई। साल 2013 में उन्होंने IIT JEE में 670वीं रैंक हासिल की। यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह पहले भारतीय छात्र बन गए। इसके पहले दिल्ली के सहस कौशिल ने साल 2010 में 14 साल की उम्र में यह रिकॉर्ड बनाया था। सत्यम इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में कम उम्र में दो बार शामिल हुए। पहली बार साल 2012 में महज 12 साल की उम्र में एग्जाम क्रैक किया था। तब उन्हें पूरे देश में 8,137वीं रैंक हासिल हुई थी। फिर वह दूसरी बार साल 2013 में IIT JEE एग्जाम में शामिल हुए थे।

ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस में विशेषज्ञता

सत्यम ने साल 2018 में आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डुअल डिग्री (बीटेक-एमटेक)पूरी की। ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय से पीएचडी करने का अवसर मिला। मौजूदा समय में ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस में विशेषज्ञता हासिल की है। ग्रेजुएट रिसर्च असिस्टेंट के रूप में कार्यरत हैं। आईआईटी में पढ़ाई के दौरान भी सत्यम ने कई प्रोजेक्ट पर काम किया था। 

इंटरडिजिटल इंक में रिसर्च इंटर्नशिप से हुई कॅरियर की शुरुआत

सत्यम के लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, उनके कॅरियर की शुरुआत इंटरडिजिटल इंक में रिसर्च इंटर्नशिप से हुई थी। फिर वह ईटीएच ज्यूरिख और इनरिया जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों तक पहुंचने में कामयाब रहे। Apple में मशीन लर्निंग इंटर्न के रूप में भी काम करने का मौका मिला, तो उनकी कैपिसिटी सामने आई।

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